छत्तीसगढ़ डेस्क। जिले में बढ़ते अपराधों के बीच पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. निपनिया पुलिस ने चोरी के मोटरसाइकिल को फर्जी कागजात तैयार कर बेचने वालों के गिरोह का पर्दाफाश किया है. मले का खुलासा तब हुआ जब भाटापारा ग्रामीण पुलिस थाने में प्रार्थी तरुण कुमार वर्मा निवासी ग्राम खैरी ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि मोपका गांव में स्वयं का तरुण ऑटो पार्ट्स नामक एक दुकान है. मेरी (प्रार्थी) भाटापारा के भगत सिंह वार्ड निवासी अमन खान से जान पहचान है तथा उसका भी एक ऑटो पार्ट्स की दुकान है. अमन खान व उसके साथी सब्दर अली दोनों निवासी भाटापारा ने मुझे पुरानी गाड़ी खरीदी बिक्री के संबंध में बताया, जिसके बाद मुझे आवश्यकता होने पर दोनों व्यक्तियों से 2 पुरानी मोटरसाइकिल खरीदा था.
तरुण ने शिकायत में आगे लिखा कि उनसे खरीदी हुई दोनों मोटरसाइकिल का मूल आरसी कार्ड अमन खान ने दिया था, जिसमें मालिक का नाम झम्मन यादव और दुर्गेश निषाद अंकित है. अमन खान और सब्दर अली ने मुझे जल्द से जल्द नाम ट्रांसफर करने आश्वासन दिया था. लेकिन करीब 4 महीने तक नाम ट्रांसफर नहीं करने पर मैं खुद 3 अप्रैल 2024 को आरटीओ कार्यालय जाकर पता किया, तो दोनों मोटरसाइकिल किसी अन्य व्यक्तियों के नाम से रजिस्टर्ड होना मिला. जिसके बाद यह खुलासा हुआ कि अमन खान, सब्दर अली आरोपियों ने चोरी किए गए गाड़ियों का फर्जी आरसी बुक तैयार कर मुझे बेईमानीपूर्वक बेंचा है.
प्रार्थी तरुण की रिपोर्ट पर पुलिस ने 5.04.2024 को आरोपियों के खिलाफ अपराध क्र. 210/2024 धारा 379,420,467,468, 470,471,413,34,120बी, 414 भादवि पंजीबध्द कर विवेचना में लिया और प्रकरण के विवेचना क्रम में पूर्व में एक अपचारी बालक सहित 5 आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेज दिया.
प्रकरण के विवेचना क्रम में तथा दो अन्य आवेदकों के इसी प्रकार मोटरसाइकिल खरीदे जाने एवं उसका नाम ट्रांसफर नहीं होने संबंधी मामला सामने आने और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस सहायता केंद्र निपनिया ने एक अन्य आरोपी भाटापारा के बोरसी गांव निवासी शेषराम यदू (24 वर्ष) को भी गिरफ्तार किया. आरोपी शेषराम ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों के साथ चोरी का मोटरसाइकिल खरीदकर उसके फर्जी कागजात तैयार करता रहा. पुलिस ने आरोपी शेषराम यदू के कब्जे से 8 नग मोटरसाइकिल (एक स्कूटी) जप्त किया गया है. वहीं प्रकरण में आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेशकर जेल भेज दिया गया.