Vinesh Phogat: खेल पंचाट ने भारतीय रेसलर विनेश फोगाट की अपील खारिज कर दी है। CAS के इस फैसले के बाद विनेश को ओलंपिक मेडल नहीं मिलेगा।
Vinesh Phogat vs CAS: विनेश फोगाट के लिए पेरिस ओलंपिक में बड़ा झटका लगा है। 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य करार दिए जाने के बाद, जॉइंट सिल्वर मेडल के लिए उनकी अपील को भी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने खारिज कर दिया है.
CAS ने इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) के फैसले को बरकरार रखा है. विनेश ने लगातार तीन मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन वजन के कारण उन्हें खेलने से रोका गया था. उन्होंने गोल्ड मेडल मैच खेलने और फिर जॉइंट सिल्वर मेडल की मांग की थी, लेकिन दोनों ही अपील रद कर दी गई।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा ने इस फैसले पर निराशा व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि यह फैसला न केवल विनेश बल्कि पूरे खेल जगत के लिए एक झटका है.
बता दें कि विनेश फोगाट ने फाइनल नहीं खेलने के बाद रेसलिंग से संन्यास का ऐलान कर दिया था. अगर वह वापसी नहीं करती हैं तो उनका ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना अधूरा ही रह जाएगा.
हालांकि विनेश को अब मेडल की उम्मीद तो काफी है, लेकिन उनके पास विकल्प मौजूद हैं. विनेश फोगाट के पास अपील का विकल्प मौजूद है. भारतीय ओलंपिक संघ भी लीगल ऑप्शन तलाशने में जुटी हुई है. विनेश के पास स्विस फेडरल सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का एक और विकल्प है.
लुसाने में स्थित होने के कारण खेल पंचाट न्यायालय के निर्णयों के विरुद्ध स्विस फेडरल सुप्रीम कोर्ट में अपील की जा सकती है और उसे पलटा भी जा सकता है. हालांकि, सफलता की संभावना बहुत कम है. अपील केवल इस आधार पर की जा सकती है कि निष्पक्ष प्रक्रिया का पालन किया गया या नहीं.
विनेश का पहला मुकाबला टोक्यो ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट युई सुसाकी से था. सुसाकी ने अपने करियर में एक भी मैच नहीं हारा था. लेकिन विनेश ने अपनी तकनीक और आत्मविश्वास से सुसाकी को 3-2 से हराकर सभी को चौंका दिया.
क्वार्टर फाइनल में विनेश का सामना यूक्रेन की नंबर-1 महिला पहलवान ओक्साना लिवाच से हुआ। इस मुकाबले में भी विनेश ने 7-5 से जीत दर्ज की.
सेमीफाइनल में विनेश ने क्यूबा की रेसलर युसनेइलिस गुजमैन को 5-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई.
गौर करें तो रेसलिंग में हर पहलवान को अपनी वजन श्रेणी के अनुसार ही मुकाबला खेलना होता है। वजन का ब्योरा मैच से एक दिन पहले जमा करना होता है और खिलाड़ी को मैच के समय निर्धारित वजन के भीतर रहना होता है। अगर कोई खिलाड़ी निर्धारित वजन से अधिक पाया जाता है तो उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाता है।
विनेश फोगाट एक सफल पहलवान रही हैं. उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन बार गोल्ड मेडल जीता है और एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं. लेकिन पेरिस ओलंपिक में उन्हें बिना मेडल के ही वापस लौटना पड़ा.