Vidyasagar Maharaj Puraskar: जैन मुनि विद्यासागर महाराज के नाम से छत्तीसगढ़ सरकार पुरस्कार देगी। इसके साथ ही विद्यापीठ और गोशाला भी बनेगी।
Vidyasagar Maharaj Puraskar: देशभर में रविवार को आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की समता पूर्वक समाधि पर भावपूर्ण विनयांजलि का आयोजन किया गया। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरि तीर्थ क्षेत्र परिसर में मुनिश्री समय सागर जी महाराज की उपस्थिति में यह आयोजन हुआ।
इस दौरान सभी मुनि श्री सहित विभिन्न प्रदेशों से आए अनुयायियों ने उनका स्मरण किया। इस दौरान आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के नाम से राज्य सरकार की ओर से पुरस्कार, आचार्य श्री के नाम से विद्यापीठ की स्थापना और राजधानी रायपुर में गौशाला की संचालन करने की घोषणा भी की गई। तीर्थ क्षेत्र चंद्रगिरी ट्रस्ट के महामंत्री चंद्रकांत जैन ने इसकी जानकारी दी। प्रदेश सरकार की ओर से रायपुर में इसकी घोषणा संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने की है।
यह मोक्ष का मार्ग है, मेरी साधना सिर्फ नर्सरी की तरह: मुनि श्री समय सागर जी महाराज
इस अवसर पर अपने आशीर्वचन में मुनि श्री समय सागर जी महाराज ने कहा कि श्रमणजी, ससंघ और पूरे समाज की भावना होगी वह अपनी जगह है। किंतु हमने अपनी तरफ से अपने मुख से कुछ नहीं बोला है।
भविष्य के लिए मैं कुछ नहीं कह सकता। यह तय है कि हमारा लक्ष्य मोक्ष मार्ग है। ओ वर्तमान में जो मोक्ष मार्ग है, वह भी नर्सरी है। मेरी जो साधन है, वो सिर्फ नर्सरी है। मोक्ष मार्ग का जो पथ है इसकी साधना की कोई सीमा नहीं है।
समय है, समय पर क्या होगा, क्या होना है यह बाद की बात है। अभी जो प्रसंग एक सप्ताह से जो चल रहा है, प्रत्येक व्यक्ति का मन व्यथित हैं। बोलने के लिए जब मन करता है तो शब्द नहीं मिल पाते।