– ट्यूशन टीचर के ब्यायफ्रेंड और उसके दोस्त को भी पकड़ा
– घर से कोचिंग के लिए निकला था कुशाग्र, वापस नहीं आया
– पूरे मामले को फिरौती का बनाने की थी कोशिश
– धार्मिक नारा लिख कर फिरौती का लेटर देने की भी जांच
Tution Teacher Arrested: 10वीं के छात्र कुशाग्र की हत्या में मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें उसकी ट्यूशन टीचर, टीचर के ब्यायफ्रेंड और एक दोस्त को गिरफ्तार किया गया है. कुशाग्र की अपहरण के बाद हत्या कर दी गयी थी. फिरौती मांगने के लेटर में अल्लाह हू अकबर लिखा गया था, जो पुलिस को गुमराह करने के लिए किया गया था. वहीं, इस मामले को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने जाति विशेष के खिलाफ साजिश करने का भी आरोप लगाया है.
कानपुर के बड़े कपड़ा व्यवसायी का बेटा कुशाग्र सोमवार की शाम स्कूटी से कोचिंग के लिए निकला था, जिसके बाद देर रात तक घर नहीं लौटा. इसी बीच मुंह पर कपड़ा बांधे कोई व्यक्ति आया और उसके घर में लेटर फेंक कर चला गया. लेटर में लिखा था कि अगर बच्चा चाहिये, तो तीस लाख की फिरौती देनी पड़ेगी. साथ ही लेटर में अल्लाह हू अकबर का नारा भी लिखा हुआ था.
तीस लाख की फिरौती मांगनेवाले लेटर में लिखा था…मैं नहीं चाहता कि आपका त्योहार बर्बाद हो. आप मेरे हाथ में पैसे रखो और लड़का एक घंटे में आपके पास होगा. हम आपको कल फोन करेंगे.
अल्लाह हू अकबर…लड़के की गाड़ी और मोबाइल दोनों आपके घर के पास होटल सिटी क्लब के पास खड़ी है. मैं आपका नुकसान नहीं चाहता. आपसे बार-बार बोल रहा हूं घबराओ नीं. अल्लाह पर भरोसा रखो.
लेटर मिलने के बाद ये मामला फिरौती के लिए अपहरण का लग रहा था. जब मामला पुलिस के पास पहुंचा और जांच शुरू हुई, तो पुलिस ने कई लोगों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया. कुशाग्र ही ट्यूशन टीचर रचिता से पूछताछ की गयी. इसके बाद उसके ब्यायफ्रेंड प्रभात को पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन वो पूछताछ के दौरान पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रहा था, जिससे पुलिस को शक हुआ और उसने सख्ती से पूछताछ शुरू की, तो पूरा मामला सामने आ गया.
पुलिस का कहना है कि कुशाग्र की मौत सोमवार की शाम साढ़े पांच बजे के आसपास हो गयी थी. फिरौती सिर्फ मामले को नया मोड़ देने के लिए मांगी गयी थी. दरअसल, पुलिस को जैसे ही मामले की जांच मिली, उसमें टेक्नीकल तरीके से मामले की जांच शुरू की. मौके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किये गये, जिसके बाद पूरा मामला खुलता चला गया.
पुलिस के मुताबिक शाम के समय कुशाग्र टीचर रचिता के घर गया था, वो सीसीटीवी फुटेज में जाता हुआ दिख रहा है. इसके बाद रचिता और उसके ब्यायफ्रेंड प्रभात को भी सीसीटीवी फुटेज में देखा गया. सीसीटीवी में कुशाग्र, प्रभात और रचिता तीनों घर के अंदर कमरे में गये, जहां से लगभग आधे घंटे के बाद प्रभात और रचिता बाहर आये, जबकि कुशाग्र अंदर ही रह गया.
पुलिस का मानना है कि इसी आधे घंटे के दौरान कुशाग्र की हत्या की गयी. रचिता के घर से निकलने के बाद प्रभात स्कूटी से बाहर चला गया. बताते हैं कि इसके बाद प्रभात ने ही मामले को फिरौती का रूप देने की कोशिश की. उसने लेटर लिखा और अपने दोस्त आर्यन के साथ स्कूटी की नंबर प्लेट बदली.
इसके बाद दोनों स्कूटी से कुशाग्र के घर गये, जहां पर लेटर फेंका गया. पुलिस का कहना है कि लेटर में हैंडराइटिंग प्रभात की है. वो नहीं चाहता था कि उसका नाम पूरे मामले में आए, लेकिन पुलिस की जांच में खुलासा होने पर उसको भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस कुशाग्र ही हत्या के कारणों की जांच कर रही है. अभी तक जो सामने आया है, उसके मुताबिक रचिता के ब्यायफ्रेंड को इस बात का अंदेशा था कि कुशाग्र का रचिता के साथ अफेयर है. इसी वजह से उसने हत्या की साजिश रची और पूरे मामले को फिरौती का रूप देने की कोशिश की गयी, ताकि पुलिस मामले में उलझी रहे.
अब पुलिस मामले में इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि आखिर फिरौती के लिए लिखे गये लेटर में धार्मिक नारा क्यों लिखा गया, इसके पीछे आखिर आरोपियों का क्या मकसद था. वहीं, इस मामले को लेकर सपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने धर्म विशेष के खिलाफ साजिश का आरोप लगाया है, उन्होंने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.