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बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद का दावा
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झूठे वादे करके छत्तीसगढ़ के लोगों को बरगलाया गया
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इस बार जुमलों पर विश्वास नहीं करेगी राज्य की जनता
Tarkishor Prasad: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद छत्तीसगढ़ चुनाव में चुनाव प्रचार के लिए आए हुए हैं. उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ में अब बदलाव की बयार चल रही है. इसके पीछे की मुख्य वजह कांग्रेस की प्रदेश सरकार की ओर से किया गया भ्रष्टाचार है. कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को एटीएम मान लिया था.
डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद को कवर्धा जिले के लिए भाजपा ने प्रभारी बनाया हुआ है, जहां दो विधानसभा सीट पहली कवर्धा और दूसरी पंडरिया. पंडरिया सीट पर भाजपा ने बिहार के पूर्व सहकारिता मंत्री राणा रणधीर को प्रभारी बनाया है. दोनों नेता जिले में भाजपा के लिए चुनावी गणित को अनुकूल बनाने में जुटे हैं. पंडरिया में भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा की सभा थी, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार के कामों का हिसाब दिया. इसके बाद नर्मदा न्यूज से विशेष बातचीत में पूर्व डिप्टी सीएम ने भूपेश बघेल सरकार को भ्रष्ट बताया और कहा कि अब जनता इस सरकार को बदल देगी.
भाजपा नेता ने कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार 36 वादे करके सत्ता में आई थी, उस समय लोगों को लगा था कि सब वादों को कांग्रेस की सरकार पूरा कर देगी, लेकिन सरकार बनने के बाद सिर्फ छह घोषणाओं को ही अमली जामा पहनाया गया, बाकि घोषणाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
राज्य में शराब घोटाले से लेकर गोबर खरीद तक में घोटाला किया गया, लेकिन भूपेश बघेल की सरकार सबका बचाव कर रही है. पीएससी में जिस तरह से नियुक्तियां हुईं, उसकी चर्चा छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में हो रही है. कैसे आयोग के बड़े अधिकारियों के बच्चों और रिश्तेदारों की नियुक्ति हुई. नियुक्त संबंधित मामला कोर्ट में लंबित है.
गायों को रखने और चारा देने के लिए गोठान योजना की शुरुआत भूपेश बघेल की सरकार ने की थी, लेकिन हमने रायपुर से कवर्धा आने के दौरान रास्ते में गायों को सड़कों पर देखा, जहां गौठान थे, वहां की स्थिति जर्जर थी. उनमें गायें नहीं थी, इसका मतलब साफ है कि योजना के नाम पर घोटाला किया गया है. दरअसल, भूपेश बघेल दिल्ली के लिए एटीएम का काम करते हैं, इसीलिए उनकी सरकार में घोटाले- दर-घोटाले होते गये.
पीएम ने पहले ली किसानों की सुधि- राणा रणधीर
बिहार के पूर्व सहकारिता मंत्री राणा रणधीर ने कहा कि राहुल गांधी धान के खेत में गये. वहां पर धान काटने का दिखावा किया, ये वो तब कर रहे हैं, जब देश के प्रधानमंत्री पूरे देश के किसानों के खाते में हर साल छह हजार की सम्मान निधि भेजने का काम कर रहे हैं. इससे पहले राहुल गांधी को किसान याद नहीं आते थे. अब वो किसानों का हितैषी बनने का दिखावा कर रहे हैं. किसान जानते हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके हितैषी है, वो उनके अलावा कांग्रेस नेताओं की बातों में विश्वास करनेवाले नहीं है.
धान की कीमत को कांग्रेस के नेता मास्टर स्ट्रोक लगाने की बात कह रहे हैं, लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि भाजपा उनसे ज्यादा किसानों को धान का दाम देने का काम करेगी. आप घोषणा पत्र का इंतजार कीजिये, सब सामने आ जाएगा. हम जो घोषणा करेंगे, उसको लागू करेंगे. कांग्रेस नेताओं की तरह भाजपा के नेता हवाई दावे नहीं करेंगे.