लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में हुई भगदड़ में मारे गये श्रद्धालुओं के परिजनों को 25-25 लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि घटना मर्माहत करनेवाली है. इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ का गला भर आया. उनकी आंखों में आंसू थे, जिससे आप समझ सकते हैं कि यूपी के सीएम कुंभ में हुई भगदड़ को लेकर कितना संदीजा हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ के बाद दिन पर मौनी अमावस्या के स्नान में आए श्रद्धालुओं को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने घटना की न्यायिक जांच का आदेश दिया है. सीएम ने कहा कि हमने जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग बनाया है.
भगदड़ में घायल 36 घायलों का प्रयागराज के अस्पताल में इलाज चल रहा है. घटना इसलिए हुई, क्योंकि भीड़ ने अखाड़ा मार्ग की बैरिकेडिंग तोड़ दी थी. पुलिस, एनडीआरएफ और बचाव दलों ने घायलों को अस्पताल भेजा. प्रशासन सभी मार्गों को तत्परता से खुलवाने में लगा रहा.
मुहूर्त चार बजे से था. प्रशासन के अनुरोध पर अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थहति कर दिया. महाकुंभ में आठ करोड़ श्रद्धालु पहुंचे. मिर्जापुर, भदोही, जौनपुर जिलों में श्रद्धालुओं को रोका गया. सभी अखाड़ों के स्नान के बाद श्रद्धालुओं को छोड़ा जा रहा है.
सीएम योगी ने कहा कि मौनी अमावस्या के पवित्र स्नान करने के लिए कल शाम सात बजे से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज में एकत्र हुए थे. अखाड़ा मार्ग पर दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गयी. जिसमें 90 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जबकि तीस लोगों की मौत हुई है.
रेलवे स्टेशन पर व्यवस्थाएं की गई थीं. 300 से ज्यादा ट्रेने चलाई जा रही हैं. 8 हजार से ज्यादा बसें लगी हैं. सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित पहुंचाया जा रहा है. सभी शंकराचार्य, महामंडलेश्वर और अखाड़ों ने सहयोग किया.