SONIA GANDHI: कांग्रेस को कर्नाटक, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से राज्यसभा की सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करनी है। पार्टी बिहार में भी अपना एक उम्मीदवार घोषित कर सकती है। इस बीच, राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता टीका राम जूली ने आलाकमान से राजस्थान से सोनिया गांधी की उम्मीदवारी की घोषणा करने का आग्रह किया।
कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों के साथ सीट बंटवारे और राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी के संभावित उम्मीदवारों के नामों पर सोमवार को चर्चा की। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी और पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन के नाम संभावित उम्मीदवारों में सबसे प्रमुख हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी को राजस्थान या हिमाचल प्रदेश से उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है। संख्या बल के हिसाब से दोनों प्रदेशों से कांग्रेस को राज्यसभा की एक-एक सीट मिलेगी।
सोनिया गांधी के इस बार लोकसभा लड़ने की संभावना नहीं है। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में कहा था कि यह आखिरी बार है, जब वह आम चुनाव लड़ रही हैं। यदि सोनिया गांधी को राज्यसभा चुनाव के लिये उम्मीदवार बनाया जाता है, तो उनके संसदीय जीवन में पहली बार होगा कि वह उच्च सदन में जाएंगी। सोनिया गांधी 1999 से लोकसभा सदस्य रही हैं। कांग्रेस ने 15 राज्यों की 56 सीट के लिए होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए अभी तक किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है और चुनाव 27 फरवरी को होंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई बैठक में सोनिया गांधी, पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, पार्टी कोषाध्यक्ष अजय माकन और कुछ अन्य नेता शामिल थे। कांग्रेस तमिलनाडु में द्रमुक, झारखंड में झामुमो, बिहार में राजद और महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) सहित अन्य समान विचारधारा वाले दलों के साथ सीट-बंटवारे की बातचीत को अंतिम रूप दे रही है।
सूत्रों ने बताया कि जम्मू कश्मीर में कांग्रेस की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ सीट-बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। कांग्रेस के सूत्रों ने यह भी दावा किया कि सोमवार को पार्टी छोड़ने वाले अशोक चव्हाण ने पिछले हफ्ते कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से मुलाकात की थी और बताया था कि उन पर दलबदल करने के लिए जांच एजेंसियों का जबरदस्त दबाव है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन को उच्च सदन में जाने का मौका मिल सकता है तथा कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन को फिर से उम्मीदवार बनाया जा सकता है।