Smriti Irani: अमेठी की सांसद व भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी ने प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण ठुकरा दिया। अब वोट लेने की बारी आई तो रामनवमी की शुभकामनाएं दे रहे हैं और मंदिर मंदिर खेल रही कांग्रेस ने अभी तक अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट पर उम्मीदवार घोषित नही किया है। राहुल गांधी व गांधी परिवार सनातन विरोधी है।
अमेठी लोकसभा क्षेत्र में चुनाव की तैयारियों में जुटी केंद्रीय मंत्री और अमेठी से बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी अपने संसदीय क्षेत्र में रायबरेली के सलोन विधानसभा के क्षेत्रों में लगातार विभिन्न मंडलों में कार्यकर्ताओं से मिल रही हैं।
सरकार की विकास की नीति एवं संकल्प पत्र को घर-घर तक पहुंचाने के लिए सलोन विधानसभा के छतोह मंडल, डीह मंडल में कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी बैठक की। स्मृति ईरानी ने भाजपा के पूर्व विधायक स्वर्गीय दल बहादुर कोरी एवं सलोन विधायक अशोक कुमार कोरी के निवास स्थान बिजौली में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित किया।
स्मृति ईरानी अपने सरकार की उपलब्धियां को गिनाते हुए बताया कि डीह ब्लॉक में हमने पिछले 5 सालों से 23 हजार से ज्यादा शौचालय और पूरी अमेठी क्षेत्र में चार लाख से ज्यादा शौचालय बनवाया। डीह ब्लॉक के अंतर्गत 5140 घर व पूरी अमेठी में 1 लाख 14 हजार घर बनवाया । मुफ्त का राशन, कोरोना की वैक्सीन देने वाला नेता का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी है ।
कोरोना काल में बिना भेदभाव के सभी के कोरोना टीका लगा। यह भाजपा परिवार में ही संभव है कि बिना भेदभाव के सभी जाति धर्म को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाएं मिलें ।
4 जून को कमल का फूल खिलेगा और एक सप्ताह के अंदर सलोन विधानसभा के अंदर कैंप कार्यालय बनेगा ताकि कार्यकर्ताओं को गौरीगंज न जाना पड़े । तीसरा इंजन अमेठी से लगना चाहिए इसी संकल्प के साथ प्रत्येक वोटर के घर-घर जाना है । अमेठी है तैयार फिर एक बार मोदी सरकार का नारा वायनाड तक जाना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी वायनाड का चुनाव होने के बाद 26 तारीख को अमेठी आएंगे और धर्म और जाति के नाम पर बांटने का दुस्साहस करेंगे। राहुल गांधी सनातन विरोधी है । इनके परिवार ने कोर्ट में एफिडेविड दे दिया कि भगवान राम का कोई अस्तित्व नही है । राहुल गांधी ऐसे सांसद हैं जो भारत के टुकड़े होने का समर्थन करते थे । जो जीतने के बाद गायब रहा वो अमेठी फिर आएगा बांटने, छांटने। जब राहुल गांधी अमेठी से प्रत्याशी होंगे तब उनका पर्दाफाश होगा।
उन्होंने कहा कि चुनाव के प्रचार को अभी 30 दिन बचा है भारत की राजनीति में पहली बार ऐसा हुआ है कि कांग्रेस ने अभी तक अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किया यही संकेत है कि इस बात को कांग्रेसी स्वीकार करती है कि मेरी हार निश्चित है इसीलिए प्रत्याशी अभी तक घोषित नहीं किया। कांग्रेस का यही डर अमेठी और रायबरेली से कमल का फूल खिलाने में मददगार साबित होगी।