Sitapur Murder Update: यूपी के सीतापुर हत्याकांड का सच सामने आया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क़ातिल अनुराग नहीं, बल्कि उसका भाई अजीत और उसका परिवार है।
पुलिस ने सीतापुर के पल्हापुर गांव में शुक्रवार रात एक ही परिवार के 6 लोगों की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया है। सूत्रों के अनुसार इस हत्याकांड को अनुराग के बड़े भाई अजीत सिंह ने ही अंजाम दिया था। तफ्तीश में तथ्य उजागर हुए हैं कि संपत्ति विवाद में अनुराग, उसकी पत्नी प्रियंका और तीन मासूमों के साथ मां सावित्री की भी हत्या कर दी गई। हालांकि अभी जांच जारी है और की तथ्य भी सामने आ सकते हैं।
बता दें कि पुलिस ने हत्याकांड के बाद मृतक अनुराग सिंह के ताऊ, भाई अजीत, उसकी पत्नी और घर के दो नौकरों को हिरासत में लिया था। इन लोगों से पुलिस अधिकारियों ने लंबी पूछताछ की।
ग्रामीणों के मुताबिक स्व. वीरेंद्र सिंह के दो बेटे अनुराग सिंह और अजीत सिंह पिता की विरासत संभालते थे। अनुराग खेती में रुचि रखता था। अजीत सिंह प्राथमिक विद्यालय बरी, जगतपुर महमूदाबाद में सरकारी अध्यापक हैं। अनुराग सिंह आधुनिक ढंग से सब्जियों की खेती भी करता था। उसके पिता वीरेंद्र और आर पी सिंह दो भाई थे। आरपी सिंह बड़े भाई थे। वहीं वीरेंद्र छोटे। जब वह एक साथ रहते थे तो उस समय जो भी जमीन व घर खरीदे गए, उसे आर पी सिंह चालाकी से अपने और अपनी पत्नी के नाम कराते रहे।
पल्हापुर हत्याकांड में जहां एक तरफ पुलिस ने घटना में अनुराग को मानसिक विक्षिप्त बताते हुए हत्यारोपी बना दिया। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरी वारदात को बर्बरतापूर्ण हत्या की दिशा में मोड़ दिया है। जिस अनुराग को पुलिस ने मानसिक विक्षिप्त बताते हुए घटना का मुख्य आरोपी माना था। उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस की थ्योरी को फेल कर दिया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार अनुराग को दो गोलियां मारे जाने की पुष्टि हुई है। ऐसे में सवाल उठता है कि एक ही गोली मारे जाने के बाद आखिर दूसरी गोली अनुराग को किसने मारी ?
जिसे एक हादसा दिखाने के लिए पूरी कहानी बनाई गई। जब शव का पोस्टमार्टम कराया गया तो पता चला कि अनुराग के एक गोली दाहिनी कनपटी पर मारी गई। जो कि गले को चीरते हुए दूसरी तरफ निकल गई। वहीं दूसरी गोली बाएं तरफ से मारी गई जो कि दिमाग में जाकर फंस गई।
सूत्रों की मानें तो अनुराग के दिमाग में फंसी गोली 315 बोर की है, जो अवैध असलहे से चलाई गई है। अनुराग के पोस्टमार्टम के दौरान हुए एक्सरे में गोली पाई गई। इस रिपोर्ट ने यह इशारा कर दिया है कि अनुराग की हत्या हुई है।
इसके साथ ही उसकी मां सावित्री के सिर में पांच से छह चोटें आईं है। जो कि हथौड़े की होना बताई गई हैं। अनुराग के सिर में पहली गोली के प्रवेश करने का स्थान दाहिने कान से 6.5 सेंटीमीटर ऊपर था।
वहीं दूसरी गोली गले को चीरती हुए बायें कान के ढाई सेंटीमीटर नीचे से निकली है। वहीं, मौत का कारण शॉक व हैमरेज निकलकर आया है। दिमाग के दाहिने हिस्से में एक बुलेट मिली है।
रिपोर्ट में यह भी निकल कर आया है कि अनुराग की दस वर्षीय बड़ी बेटी आस्वी को भी गोली मारी गई। ऐसा माना जा रहा है जब वह लेटी थी। अथवा जब जमीन पर उसे गिराकर उसके गले में गोली मार दी गई है। वहीं अन्य दो बच्चों अर्ना और आद्विक को सिर में चोटें आई हैं। जिसमें अर्ना के सिर में चोट आई है।
इसके साथ ही उसकी दाहिनी जांघ की हड्डी टूटी पाई गई है। वहीं आद्विक के सिर में चोट लगने के साथ उसके बाईं जांघ की हड्डी टूटी मिली है। वहीं अनुराग की पत्नी प्रियंका को सीने में गोली मारने के बाद हथौड़े से कूचकर मौत के घाट उतारा गया है।
जान लें कि सबसे पहले आद्विक का पोस्टमार्टम हुआ। उसका व आस्वी का शव दोपहर ढाई बजे के करीब पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गया था। इसके बाद अनुराग, उसकी मां सावित्री और अंत में पत्नी प्रियंका का पोस्टमार्टम हुआ। जिसमें अनुराग का पोस्टमार्टम शाम 5 बजे से शुरू होकर 5 बजकर 55 मिनट तक चला। पोटस्मार्टम के बाद मृतकों के वस्त्र सुरक्षित रखे गए।