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CM योगी ने एयरपोर्ट का निरीक्षण कर बताई संभावित तारीख
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सबसे पहले इंडिगो एयरलाइंस की सेवाएँ दिल्ली और अहमदाबाद के लिए
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320 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
Shri Ram Airport: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही यहां से हवाई उड़ानें भी शुरू हो जाएंगी। सबसे पहले अयोध्या से दिल्ली और अहमदाबाद जैसे शहरों के लिए हवाई सेवा शुरू होगी।
अयोध्या के श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का निर्माण लगभग पूरा किया जा चुका है। हूबहू राम मंदिर की ही तरह बने इस हवाई अड्डे के टर्मिनल से प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी से पहले ही हवाई सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी।
शनिवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हवाई अड्डे का निरीक्षण किया और सेवाएं शुरू किए जाने की तैयारियां देखीं।
इस मौके पर सिंधिया ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि अयोध्या के हवाई अड्डे को इसी महीने पूरी तरह से तैयार कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि अगले 45 दिनों में देश में करीब आठ और हवाई अड्डे तैयार हो जाएंगे। अयोध्या के हवाई अड्डे पर नाइट लैंडिंग की सुविधा भी रहेगी।
सिंधिया और मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और कहा कि जल्द ही उद्घाटन व उड़ान की तारीख तय होगी व किराया भी तय कर दिया जाएगा।
अयोध्या के हवाई अड्डे से सबसे पहले इंडिगो एयरलाइन्स दिल्ली व अहमदाबाद के लिए सेवाएं शुरू करेगी। दिल्ली के लिए रोज जबकि अहमदाबाद के लिए हफ्ते में तीन दिन उड़ान सेवा चलेगी। जल्दी ही अन्य विमान कंपनियों से बातचीत कर देश के बाकी शहरों के लिए लिए भी हवाई सेवा शुरू की जाएगी।
उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण 320 करोड़ रुपये की लागत से किया है। हवाई अड्डे का मुख्य भवन राम मंदिर की तर्ज पर राजस्थान के पत्थरों से तैयार किया गया है। इसका निर्माण तीन चरणों में किया जा रहा है।
पहले चरण का निर्माण पूरा होने के बाद घरेलू उड़ानें शुरू की जा रही हैं। हवाई अड्डे के रनवे को दो चरणों में बनाया जा रहा है। अब तक 2,200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे बन चुका है। रनवे सेफ्टी एरिया के मानक के तहत रात और धुंध में विमानों की लैंडिंग की पूरी व्यवस्था की गई है।
हवाई अड्डा अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में 6,000 वर्ग मीटर में टर्मिनल-1 के भवन का निर्माण किया गया है। टर्मिनल-1 में 8 हवाई जहाज खड़ा करने की व्यवस्था की गई है। दूसरे चरण में 50,000 वर्ग मीटर में टर्मिनल-2 का भवन बनेगा जहां अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होंगी।