SHIV GOP ARRESTED: बिहार के पटना के दानापुर में एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त टीम ने कुख्यात शिव गोप को अरेस्ट कर लिया।
आरजेडी विधायक रीतलाल यादव के पिता की अंत्येष्टि के दौरान एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त टीम ने दबिश दी। टीम ने अंत्येष्टि में शामिल होने आए वांटेड अपराधी शिव गोप को अरेस्ट कर लिया।
एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त टीम ने कुख्यात शिव गोप को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। वह दानापुर से आरजेडी विधायक रीतलाल यादव के पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने दीघा घाट पहुंचा था।
आरोपी दानापुर नगर परिषद के उपाध्यक्ष दीपक मेहता और बेऊर में हुई एक हत्या समेत तीन मामलों में फरार था। इससे पहले हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और अपहरण के सात मामले में वह सीधे तौर पर शामिल रहा है। शिव गोप के खिलाफ दानापुर, बेऊर, जक्कनपुर और गर्दनीबाग थाने में कई मामले दर्ज हैं।
हत्या के एक मामले में सजायाफ्ता होने के बाद वह 22 साल तक जेल में रहा और फिर 2017 में रिहा हुआ। जेल से बाहर आने के बाद शिव गोप दोबारा वारदात कर रहा था। फुलवारी एएसपी बिक्रम सिहाग ने प्रेस वार्ता में कहा कि जक्कनपुर निवासी शिव यादव उर्फ शिव गोप ने 1993 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद उसने हत्या व हत्या के प्रयास जैसे कई जघन्य वारदात किए। इन मामलों में उसे जेल भी हुई।
जेल से भी वह अपराधियों के साथ मिलकर घटनाओं को अंजाम दे रहा था। वर्ष 2017 में सजा पूरी कर शिव गोप जेल से बाहर आया था। बाहर आकर वह दोबारा वारदात करने लगा।
एएसपी ने कहा कि बेऊर जेल में रहते हुए शिव गोप ने अपराधियों से नजदीकी संबंध बना लिए थे। जेल से छूटने के बाद वह अपराधियों को सुपारी किलर मुहैया करावा रहा था। दीपक मेहता और उमेश राय के बीच जमीनी विवाद था। इस मामले में शिव गोप ने पहले पंचायत कराने का प्रयास किया था। बात नहीं बनी थी तो उसने शूटरों से दीपक मेहता की हत्या करवा दी थी।
साल 2020 में पटना के बेऊर थाना क्षेत्र स्थित प्रभु मार्केट में गौरव कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्यालय में घुसकर कार्बाइन से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी। इसमें घायल कंस्ट्रक्शन कंपनी के चार कर्मियों में राजेश कुमार की बाद में मौत हो गई थी।
वहीं, वर्ष 2022 में दीपक मेहता हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। इन दोनों घटनाओं की साजिश शिव गोप ने रची थी। इसी बीच पुलिस को पता चला कि बुधवार को शिव गोप दानापुर विधायक रीतलाल के पिता के अंतिम संस्कार में दीघा घाट पर आने वाला है। जिसके बाद उसे दबोच लिया गया।