जदयू भीड़ जुटाने के लिए करती है सत्ता का दुरुपयोग : सम्राट
Samrat Chaudhary: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने आज कहा कि जदयू राजनीतिक दल नहीं गैंग है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को पता होता है कि नीतीश क्या कर रहे, प्रदेश अध्यक्ष को पता होता है कि मुख्यमंत्री क्या कर रहे। यहां कुछ पता नहीं होता।
उन्होंने कहा कि यहां एक नेता, पलटीमार सिद्धांत, पलटी मारना है, उसी को जदयू कहते हैं। यहां कोई यूनाइटेड नहीं है। एक नेता है, जिसका बोझ बिहार की जनता उठा रही है। नीतीश कुमार को आराम करना चाहिए, बिहार के लोगों को कष्ट दे रहे।
पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने पत्रकारों के एक सवाल पर कहा कि जो व्यक्ति इस तरह का आरोप लगाता है वह खुद सबसे अधिक सत्ता का दुरुपयोग करता है और उनके कारण बिहार के पदाधिकारी परेशान हैं।
जदयू अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा केंद्र की सरकार पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाने संबंधी प्रश्न पर श्री चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार सबसे ज्यादा सत्ता का दुरुपयोग करती है। जो आदमी सबसे ज्यादा सत्ता का दुरुपयोग करता है वही भाषण सुनाता है। पदाधिकारियों को परेशान करने का काम वही व्यक्ति करता है। नीतीश कुमार की सरकार को कुछ बोलने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के कार्यक्रम में कहीं भीड़ जुटता है क्या। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि सत्ता का दुरुपयोग कर भीड़ जुटाने के लिए जीविका दीदी का इस्तेमाल किया जाता है और आशा कार्यकर्ताओं का बुलाया जाता है।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद को तो थोड़ा बहुत वोट भी है लेकिन नीतीश कुमार के पास कहां कोई वोट है। सत्ता का दुरुपयोग कर भीड़ न जुटाएं तो चार – पांच आदमी भी नहीं खड़ा होगा।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार अगर सत्ता का दुरूपयोग नहीं करे तो जमानत जब्त हो जाएगी। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें राजीनीतिक हैसियत है तो राष्ट्रपति शासन लगवाकर चुनाव करा के देख लें, जमानत जब्त हो जाएगी।
नीतीश के फूलपुर से चुनाव लड़ने के संबंध में पूछे जाने पर श्री चौधरी ने कहा कि बिहार में तो मुखिया का चुनाव नहीं जीतेंगे। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि बिहार की किसी भी सीट पर चुनाव लड़कर दिखा दें, भाजपा का एक कार्यकर्ता कमल लेकर जाएगा और उनकी जमानत जब्त करा देगा।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद ने रेलवे को बेचने का काम किया। नौकरी के नाम पर जमीन लिखवाई गई।