- Advertisement -spot_img
Homeग्लोबल न्यूजS Jaishankar at UNGA: संयुक्त राष्ट्र में जयशंकर की हुँकार, पाकिस्तान से...

S Jaishankar at UNGA: संयुक्त राष्ट्र में जयशंकर की हुँकार, पाकिस्तान से अब PoK खाली कराने का मुद्दा सुलझना बाकी’, चीन को भी दिखाया आईना

- Advertisement -spot_img

S Jaishankar at UNGA: संयुक्त राष्ट्र संघ में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहाकि अब पाकिस्तान से PoK खाली कराने का मुद्दा ही सुलझना बाकी है। उन्होंने चीन को भी आईना दिखाया।

S Jaishankar at UNGA: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि यह (पाकिस्तान का) ‘कर्म’ ही है कि उसकी बुराइयां अब उसके अपने समाज को निगल रही हैं.

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहाकि पाकिस्तान के साथ अब उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को खाली कराने का मुद्दा सुलझाना है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सीमा पार आतंकवाद की नीति कभी सफल नहीं होगी और उसके कृत्यों के निश्चित परिणाम मिलेंगे.

जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 79वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच अब केवल एक ही मुद्दा सुलझाया जाना शेष है कि पाकिस्तान अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करे और आतंकवाद के प्रति अपने दीर्घकालिक जुड़ाव को छोड़ दे.

विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यह (पाकिस्तान का) ‘कर्म’ ही है कि उसकी बुराइयां अब उसके अपने समाज को निगल रही हैं. उन्होंने कहा, ”कई देश अपने नियंत्रण से परे परिस्थितियों के कारण पीछे छूट जाते हैं, लेकिन कुछ देश जानबूझकर ऐसे फैसले लेते हैं, जिनके परिणाम विनाशकारी होते हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान है.”

एस जयशंकर ने कहा, ”हमने कल इसी मंच पर कुछ अजीबोगरीब बातें सुनीं. इसलिए मैं भारत की स्थिति को पूरी तरह स्पष्ट कर देना चाहता हूं. पाकिस्तान की सीमा-पार आतंकवाद की नीति कभी सफल नहीं होगी और उसके सजा से बचने की कोई उम्मीद नहीं है. इसके विपरीत, कृत्यों के निश्चित रूप से परिणाम होंगे.”

उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच अब केवल एक ही मुद्दा सुलझाया जाना शेष है कि पाकिस्तान अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करे और आतंकवाद के प्रति अपने दीर्घकालिक जुड़ाव को तिलांजलि दे. जयशंकर ने यह भी कहा कि आतंकवाद विश्व की सभी मान्यताओं के विपरीत है.

उन्होंने कहा, ”इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों का दृढ़ता से विरोध किया जाना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र की ओर से वैश्विक आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने में भी राजनीतिक कारणों से बाधा नहीं डाली जानी चाहिए.”

जयशंकर की यह टिप्पणी पाकिस्तान के मित्र चीन की तरफ से भारत और अमेरिका जैसे उसके सहयोगियों की ओर 1267 के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों को नामित करने के लिए प्रस्तुत प्रस्तावों पर बार-बार अड़ंगा डालने की पृष्ठभूमि में आई है.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 26 सितंबर को आमसभा को संबोधित करते हुए जम्मू एवं कश्मीर का मुद्दा उठाया. उन्होंने अपने 20 मिनट से अधिक के भाषण में अनुच्छेद 370 और हिज्बुल आतंकवादी बुरहान वानी का जिक्र किया था.

- Advertisement -spot_img
- Advertisement -spot_img
Stay Connected
16,985FansLike
2,458FollowersFollow
61,453SubscribersSubscribe
Must Read
- Advertisement -spot_img
Related News
- Advertisement -spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here