प्रयागराज/नई दिल्ली/लखनऊ. मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान जिस तरह से महाकुंभ के संगम इलाके में भगदड़ हुई है. उसको लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है. शुरू से ही महाकुंभ की व्यव्थाओं पर सवाल उठा रहे अखिलेश यादव ने बिना किसी का नाम लिए सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा है कि कुंभ के जिम्मेदारों को पद छोड़ देना चाहिये.
सेना सौपनी चाहिए कमान
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट लिखे. एक पोस्ट में उन्होंने लिखा…महाकुंभ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुनर्विश्वास जगाने के लिए ये आवश्यक है कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए. ‘विश्वस्तरीय व्यवस्था’ करने के प्रचार करते हुए दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गयी है, तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में हत हुए लोगों की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए.
जाम में फंसे श्रद्धालुओं के भोजन-पानी की व्यवस्था करें
इसके बाद अखिलेश यादव ने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा…हम उप्र की दयालु जनता व स्वयंसेवी संस्थाओं से आग्रह करते हैं कि वो अपने गांव-बस्ती-शहर में जाम में फंसे श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करें. सरकार को इस तरह के बड़े प्रबंधन के लिए स्वयं तैयार रहना चाहिए था, लेकिन न तो सरकार अब ऐसा कर सकती है और न ही उनकी तरफ़ से ऐसा करने की कोई संभावना दिख रही है. ऐसे गंभीर हालातों में श्रद्धालुओं की सेवा करना भी महाकुंभ के पुण्य से कम नहीं है. हम सबको अपनी-अपनी सामर्थ्य और क्षमता के अनुरूप आगे आकर जन-सेवा के इस महायज्ञ मे शांतिपूर्वक अनाम सहयोग करना चाहिए.
सरकार पहुंचाए जाम में फंसे लोगों को राहत, रद्द करे उत्सवी कार्यक्रम
इससे पहले अखिलेश यादव ने लिखा…महाकुंभ मेला क्षेत्र, प्रयागराज के नगरीय क्षेत्र, जन परिवहन के केंद्रों, प्रयागराज शहर की सीमाओं व विभिन्न शहरों में प्रयागराज की ओर जानेवाले मार्गों को बंद करने से करोड़ों लोग सड़कों पर फंस गये हैं. लाखों वाहनों में करोड़ों लोग दसों किलोमीटर लंबे जाम में फंसे पड़े हैं. सरकार को इसे सामान्य बचाव के स्थान पर शासनिक-प्रशासनिक लापरवाही से जन्मी आपदा मानकर तुरंत सक्रिय हो जाना चाहिए. सूर्यास्त से पहले ही श्रद्धालुओं तक भोजन-पानी की राहत पहुंचनी चाहिए और उनमें ये भरोसा जगाना चाहिए कि सबको सकुशल अपने गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार और केंद्रीय सरकार की ओर से की जाएगी, जो लापता हैं उन्हें ढूंढकर उनके घरों तक सही सलामत पहुंचाया जाएगा. मृतकों के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हुए समस्त समारोह, उत्सवधर्मिता व स्वागत कार्यक्रम रद्द कर देने चाहिए.
कुप्रबंधन से मची भगदड़- राहुल गांधी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने महाकुंभ में हुई भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा…प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण कई लोगों के मौत और कईयों के घायल होने की ख़बर अत्यंत दुखद है. शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं. इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन, बदइंतजामी और आम श्रद्धालुओं की जगह VIP मूवमेंट पर प्रशासन का विशेष ध्यान होना ज़िम्मेदार है. अभी महाकुंभ का काफी समय बचा हुआ है, कई और महास्नान होने हैं. आज जैसी दुखद घटना आगे न हो इसके लिए सरकार को व्यवस्था में सुधार करना चाहिए. VIP कल्चर पर लगाम लगनी चाहिए और सरकार को आम श्रद्धालुओं के जरूरतों की पूर्ति के लिए बेहतर इंतजाम करने चाहिए. कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अनुरोध करता हूं कि पीड़ित परिवारों की मदद करें.