मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बोले ED का राजनीजित इस्तेमाल हो रहा
डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव बोले- एजेंसियों का हो रहा दुरुपयोग
Mahadev App Scam: प्रवर्तन निदेशालय ने महादेव बेटिंग एप मामले पर बड़ा दावा किया है। ईडी ने दावा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये दिए गए हैं। वहीं एक्स पर सीएम भूपेश बघेल ने कहाकि ‘महादेव ऐप’ की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे डाले और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा दिया है.
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छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल विधानसभा चुनाव के दौरान बड़े संकट में फंस गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दावा किया कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप के प्रमोटरों ने सीएम बघेल को 508 करोड़ रुपये दिए हैं। ईडी ने कहा कि 5.39 करोड़ रुपये के साथ गिरफ्तार किए गए असीम दास ने पूछताछ में सीएम को पैसा दिए जाने की बात कही है। एजेंसी ने यह भी कहा है कि सीएम के खिलाफ जो भी आरोप लगे हैं वे जांच का विषय हैं।
ईडी ने बृहस्पतिवार को रायपुर में एजेंट असीम दास को गिरफ्तार किया था। उसके पास से 5.39 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे। दावा है कि यह रकम दुबई से चुनावी राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के लिए भेजी गई थी। ईडी महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप और उसके प्रमोटरों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच कर रही है।
ईडी ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि असीम दास ने स्वीकार किया है कि जब्त की गई रकम को महादेव एप के प्रमोटरों की ओर से छत्तीसगढ़ राज्य में आगामी चुनाव खर्चों के लिए एक राजनेता ‘बघेल’ तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी। असीम दास से पूछताछ और उसके पास से बरामद फोन की फॉरेंसिक जांच और शुबम सोनी (महादेव नेटवर्क के आरोपियों में से एक) की ओर से भेजे गए ईमेल की जांच से कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इसके मुताबिक, महादेव एप के प्रमोटरों की तरफ से अतीत में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नियमित भुगतान किया गया है और अब तक कुल 508 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
ईडी ने कहा कि उसे खुफिया जानकारी मिली थी कि महादेव एप के प्रमोटरों की तरफ से छत्तीसगढ़ में मोटी रकम भेजी गई है। इसके बाद उसने जाल बिछाकर दास को गिरफ्तार किया और उक्त धनराशि बरामद की। दास ने होटल ट्राइटन में खड़ी एसयूवी और भिलाई में एक स्थान पर रकम छिपाकर रखी थी। एजेंसी ने यह भी कहा कि उसने महादेव एप के कुछ बेनामी बैंक खातों का भी पता लगाया है जिनमें 15.59 करोड़ रुपये जमा हैं। जमा धनराशि को पीएमएलए के तहत जब्त कर लिया गया है।
ईडी ने पहले कहा था कि महादेव एप के जरिये एकत्र धनराशि रिश्वत के रूप में छत्तीसगढ़ में नेताओं और नौकरशाहों के बीच बांटी गई थी। एजेंसी ने कई मशहूर हस्तियों और बॉलीवुड अभिनेताओं को भी भुगतान के तरीके और ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के साथ उनके संबंधों पर पूछताछ के लिए बुलाया था।
वहीं छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। चुनाव के दौरान छापेमारी होती रहती है। रमन सिंह पर कार्रवाई होनी चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने इसे सिलेक्टिव कार्रवाई करार दिया है।
अब देखिए सीएम बघेल का पूरा ट्वीट…
जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है. चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है. यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है. ‘महादेव ऐप’ की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे डाले और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा दिया है. ईडी की चालाकी देखिए कि उस व्यक्ति का बयान ज़ाहिर करने के बाद एक छोटे से वाक्य में लिख दिया है कि बयान जांच का विषय है. अगर जांच नहीं हुई है तो एक व्यक्ति के बयान पर प्रेस रिलीज़ जारी करना न केवल ईडी की नीयत को बताता है बल्कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बदनीयती को भी ज़ाहिर करता है. इस समय राज्य में चुनाव हो रहे हैं. सब कुछ चुनाव आयोग के हाथों में है. पुलिस के अलावा सीआरपीएफ़ के जवान जांच कर रहे हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी रकम लेकर लोग किस तरह से छत्तीसगढ़ पहुंच पा रहे हैं? कहीं इसमें भी तो केंद्रीय एजेंसियों की सांठगांठ नहीं चल रही है? कहीं ये रकम उन संदूकों में तो भरकर नहीं लाई गई है जो ईडी के अफ़सरों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ विशेष विमान से तो नहीं पहुंची है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोनों मिलकर भी कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं तो वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं. ईडी के ख़िलाफ़ मैंने खुले बयान दिए हैं और जनता को बताता रहा हूं कि ईडी किस तरह से काम करती है. वह पहले लोगों के नाम तय करती है फिर लोगों को गिरफ़्तार करके धमकाती डराती है और नाम लेने के लिए बाध्य करती है. इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है. मारना, डराना धमकाना तो सामान्य बात है. कांग्रेस तैयार है. कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता तैयार है. ईडी, आईटी जैसी एजेंसियों के मुक़ाबले के लिए छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे.
– भूपेश बघेल, सीएम छत्तीसगढ़