Kangana Vs Vikramaditya: कांग्रेस ने हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट कंगना रनौत के ख़िलाफ़ विक्रमादित्य सिंह का मैदान में उतारा है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की कुल चार सीटें हैं। कांग्रेस ने दो सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। उम्मीद है कि ज़ल्द ही वो दो सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी।
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मंडी संसदीय क्षेत्र से बीजेपी की कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के सामने विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) पर दाँव खेला है। विक्रमादित्य सिंह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह के बेटे हैं। वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार में लोक निर्माण मंत्री के पद पर भी हैं।
विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा सिंह हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष हैं और वह मंडी से सांसद भी हैं. प्रतिभा सिंह के स्थान पर ही विक्रमादित्य सिंह को उतारा गया है. मंडी संसदीय क्षेत्र को परंपरागत तौर पर कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. यहां छह बार वीरभद्र सिंह के परिवार के सदस्यों की ही जीत हुई है. हालांकि, साल 2014 और साल 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां बीजेपी ने जीत हासिल कर ली थी.
इसी तरह शिमला संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी ने विनोद सुल्तानपुरी को टिकट दिया है. विनोद सुल्तानपुरी पूर्व सांसद कृष्ण दत्त सुल्तानपुरी के बेटे हैं. कृष्ण दत्त सुल्तानपुरी लंबे वक्त तक शिमला संसदीय क्षेत्र तक से जीत हासिल करते रहे. वह वीरभद्र सिंह के बेहद गरीबी माने जाते थे.
विनोद सुल्तानपुरी कसौली विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक हैं और पहली बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. पार्टी ने अब उन्हें लोकसभा चुनाव में भी प्रत्याशी बना दिया है. यहां भारतीय जनता पार्टी की ओर से सुरेश कश्यप चुनावी रण में हैं. शिमला संसदीय क्षेत्र में साल 2009 से लगातार बीजेपी का ही कब्जा है.
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की कुल चार सीटें हैं. कांग्रेस ने दो सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. जल्द ही दो अन्य लोकसभा क्षेत्र में भी प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी. यहां दो अन्य सीटों में हमीरपुर से सतपाल रायजादा और कांगड़ा से आशा कुमारी के चुनाव लड़ने की चर्चा है. यह दोनों ही पूर्व विधायक हैं और साल 2017 का विधानसभा चुनाव हार गए थे.