Jharkhand Girl Education: हेमंत सोरेन सरकार की पहल से राज्य में बाल-विवाह पर लगाम लग रही है। लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
झारखंड सरकार की “सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना” (एसपीकेएसवाई) के माध्यम से बाल-विवाह पर लगाम लगाने और लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिशें रंग ला रही हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम के दौरान कहा कि परिवारों को अब अपनी बेटियों की शिक्षा के लिए चिंतित होने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि सरकार इस योजना के तहत मदद कर रही है।
झारखंड के कमजोर वर्गों की लड़कियां इस योजना के जरिए वित्तीय सहायता प्राप्त कर अपनी शैक्षिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा कर रही हैं।
अधिकारियों के अनुसार, इस योजना की वजह से बाल विवाह में कमी आई है और स्कूल छोड़ने वाली छात्राओं की संख्या भी घटी है। इससे लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है।
लक्ष्मण हजाम, जिनकी बेटी 10वीं की छात्रा है, ने कहा कि एसपीकेएसवाई योजना ने उनकी बेटी के डॉक्टर बनने के सपने को साकार करने में मदद की है। अब वित्तीय समस्याएं उनकी बेटी की पढ़ाई में बाधा नहीं बनेंगी।
इस योजना के तहत कक्षा 8 से 12वीं की छात्राओं को छह किश्तों में 40,000 रुपये की छात्रवृत्ति दी जाती है, जिसमें पांच किश्तों में 20,000 रुपये प्रदान किए जाते हैं। 2023-24 में इस योजना के तहत लगभग 7.15 लाख लड़कियों को नामांकित किया गया था और इसका लाभ 9 लाख लड़कियों ने उठाया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पहले इस योजना का लाभ केवल दो बेटियों को मिलता था, लेकिन अब यह सभी बेटियों को मिलेगा।
रांची के कांके ब्लॉक की धानेश्वरी देवी ने बताया कि उनकी बेटी की पढ़ाई में इस योजना से काफी मदद मिली है। 11वीं कक्षा की एक छात्रा ने भी बताया कि इस योजना ने उसकी शादी रुकवा कर उसे आगे पढ़ने का अवसर दिया।