JDU Party: सीएम नीतीश कुमार की पार्टी के नेता सारण जिला महासचिव अखिलेश कुशवाहा उर्फ पप्पू कुशवाहा की अवैध गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है।
इस तरह से जनता दल यूनाइटेड के एक पदाधिकारी ने विपक्ष को बैठे बिठाये एक मुद्देदा दे दिया। विपक्ष इस मुद्दे पर फिर सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश करेगी। सत्तारुढ़ पार्टी जदयू के जिला महासचिव पर अवैध रूप से हथियार निर्माण करने का आरोप लगा है।
जनता दल यूनाइटेड के एक नेता पर अवैध हथियार का निर्माण करने का आरोप लगा है। मामला संज्ञान में आते ही उसके खिलाफ पार्टी स्तर पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मामला सारण जिले के मढ़ौरा थाना क्षेत्र अंतर्गत विक्रमपुर के सीमावर्ती गांव रूपराहीमपुर की है।
लोगों का कहना है कि पेवर ब्लॉक प्लांट की आड़ में अवैध हथियार का निर्माण होता था और यह सब काम सत्तारुढ़ पार्टी जदयू का जिला महासचिव अखिलेश कुशवाहा उर्फ पप्पू कुशवाहा करता था।
पार्टी में अखिलेश कुशवाहा सक्रिय कार्यकर्ता के रुप में अपनी पहचान रखता था। हालांकि घटना के सामने आने के बाद पार्टी स्तर पर भी खलबली मच गई है। अब पार्टी मढ़ौरा रूप राहीमपुर निवासी अखिलेश उर्फ पप्पू कुशवाहा को पार्टी पद से हटाने की प्रक्रिया शुरु कर दी है।
अखिलेश उर्फ पप्पू कुशवाहा के जिला महासचिव होने की पुष्टि जदयू के जिला मीडिया प्रभारी फिरोज आलम ने की है। हालांकि कहा कि पार्टी को अखिलेश उर्फ पप्पू कुशवाहा के अवैध कार्यों को लेकर कोई जानकारी नही थी। अब ये मामला सामने आया है तो पार्टी स्तर पर कार्रवाई शुरू हो गई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध रूप से हथियार बनाने का कारखाना चोरी-छुपे विगत एक वर्ष से संचालित हो रहा था। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह काम पिछले दो महीने से चल रहा था।
स्थानीय लोगों की माने तो यह अवैध कारोबार महीनों से नहीं, बल्कि कई वर्षो से चल रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि पप्पू कुशवाहा ने करीब सात से आठ साल पहले रुप राहीमपुर में इस प्लांट को लगाया था।
पहले उसका पेवर ब्लॉक का काम अच्छा चलता था लेकिन कुछ साल से पेवर ब्लॉक का काम मंदा हो गया था। इसके बाद भी वहां यदा कदा भीड़ लगी रहती थी।
ग्रामीणों का यह भी कहन है कि इस अवैध हथियार कारखाना के कारण आस-पास के किशोर और नौजवानों में हथियार रखने, हथियार की नुमाइश करने और अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की संख्या काफी बढ़ गई है।
जदयू के जिला महासचिव अखिलेश उर्फ पप्पू कुशवाहा की पहचान क्षेत्र में मकान की ढ़लाई ठेकेदार के रूप में रही है। क्योंकि उसके पिता राजेन्द्र प्रसाद कुशवाहा भी ढलाई ठेकेदार के रूप में अपनी पहचान बनाई थी।
हालांकि पिता की मौत के बाद अखिलेश ने पिता वाला काम कराना शुरू किया था। वह सड़क निर्माण या घरों के निर्माण में ठेकेदारी का कम करता था। आसपास के पंचायतों में पीसीसी सड़क की ढलाई का काम पप्पू के द्वारा ही कराए गए हैं।
दबी जुबान में ग्रामीण बताते हैं कि वह रुप राहीमपुर से करोड़ों का हथियार सप्लाई किया है। पुलिस ने भी जिस तरह अर्धनिर्मित समान को बरामद किया है, उससे यह साफ तौर पर इसकी संभावना भी मजबूत दिख रही है।
लोग इस बात पर भी शंका जाहिर कर रहे हैं कि थाना से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री संचालित हो रहा था तो फिर स्थानीय पुलिस को इसकी भनक क्यों नहीं लगी ? हालांकि पुलिस ने अब कारखाने का उद्भेदन कर लिया है।