Iran Israel Tension: ईरानी राष्ट्रपति के राजनीतिक मामलों के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद जमशीदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की है। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि अमेरिका को बीच में नहीं आना चाहिए, ताकि वह हमले की चपेट में न आ जाए।
ईरान, इस्राइल पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। साथ ही ईरान ने अमेरिका से कहा है कि वह बीच में न आए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान ने वॉशिंगटन को एक लिखित संदेश भेजा है।
इस संदेश में ईरान ने चेतावनी दी है कि अमेरिका को बीच में नहीं आना चाहिए और नेतन्याहू के जाल में नहीं फंसना चाहिए। दरअसल हाल ही में सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था। ईरान ने इसका आरोप इस्राइल पर लगाया है। इसी हमले के जवाब में ईरान, इस्राइल के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
ईरानी राष्ट्रपति के राजनीतिक मामलों के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद जमशीदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया है। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि अमेरिका को बीच में नहीं आना चाहिए ताकि वह हमले की चपेट में न आ जाए।
जमशीदी ने कहा कि अमेरिका ने ईरान से कहा है कि वह अमेरिकी ठिकानों को निशाना न बनाए। हालांकि अमेरिका ने अभी तक ईरान के संदेश पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, ईरान की चेतावनी के बाद अमेरिका भी हाई अलर्ट पर है और इस्राइल में अपने ठिकानों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है।
बीते दिनों सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था। इस हमले में ईरानी सेना के एक वरिष्ठ जनरल समेत 13 लोग मारे गए थे। ईरान इस हमले का आरोप इस्राइल पर लगा रहा है, लेकिन इस्राइल ने आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इस्राइल द्वारा काफी दिनों से सीरिया में ईरान से जुड़े ठिकानों पर हमला किया जा रहा था, लेकिन ताजा हमला अपने आप में पहला है, जिसमें ईरानी दूतावास को निशाना बनाया गया।
ईरानी दूतावास पर हमले में हिजबुल्ला के लड़ाके भी मारे गए हैं। अब हिजबुल्ला के नेता हसन नसरल्ला ने शुक्रवार को कहा कि ‘बेशक ईरान जवाब देगा’, लेकिन उन्होंने कहा कि ‘हिजबुल्ला इसमें कोई दखल नहीं देगा।’ इस्राइल हमास युद्ध के बीच ईरान द्वारा इस्राइल पर हमले की तैयारी से संघर्ष के पश्चिम एशिया के बड़े इलाके में फैलने का डर भी पैदा हो गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ईरान के संभावित हमले को देखते हुए इस्राइल भी हाई अलर्ट पर है और इस्राइल में कई जगहों पर नेविगेशन सिस्टम बंद कर दिया गया है।
इस्राइल को आशंका है कि ईरान, इस्राइल पर हमले के लिए गाइडेड मिसाइल और ड्रोन्स का इस्तेमाल कर सकता है। ऐसे में नेविगेशन बंद होने से ईरान को परेशानी होगी। इस्राइल में लोकेशन पर आधारित एप सर्विस भी बंद कर दी है।
इस्राइली सेना ने अपने सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और उनकी तैनाती के आदेश दिए हैं। कई शहरों में एंटी बॉम्ब शेल्टर शुरू कर दिए गए हैं।