दिल्ली. पिछले दिनों में चीन में कोराना जैसे वाइरस के फैलने की खबरें आ रही थीं, जिनको लेकर सोशल मीडिया पर खबरें चल रही थीं. कुछ मीडिया संस्थानों की ओर से ऐसी खबरें प्रकाशित की गईं. कहा गया कि चीन से स्वास्थ्य मंत्रालय ने इमरेजेंसी जारी कर दी है, लेकिन अब चीन ने ऐसी खबरों को खारिज किया है. चीन सरकार का कहना है कि ऐसी खबरों से बचना चाहिए, जिसमें कहा जा रहा है कि चीन के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है. चीन सरकार का कहना है कि हर साल सर्दी के समय सांस संबंधी समस्याएं होती हैं. इस साल जो मामले सामने आए हैं, पिछले साल के मुकाबले कम हैं.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि उत्तरी गोलार्ध में सर्दियों के दौरान सांस संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं. उन्होंने कहा कि चीन में किसी तरह का खतरा नहीं है. देश की यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि इस बार जो सांस संबंधी समस्या हो रही है, वो पिछले साल की तुलना में कम गंभीर है और फैला भी कम है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अपने नागरिकों और चीन में रहनेवाले विदेशी नागरिकों के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखती है.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन के भीड़ भाड़ वाले अस्पतालों के वीडियो वायरल किये जा रहे हैं. लेकिन ये हर साल जैसा है. सर्दियों के समय सांस की बीमारी होती है. पिछले कुछ महीनों में चीन का मौसम ठंडा रहा है, जो इस तरह की बीमारी का कारण हो सकता है. उन्होंने कहा कि हमारे स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इसको लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किये गये हैं. जिसका उद्देश्य लोगों को सचेत करना है और वायरस का संभावित प्रसार रोकना है.
उन्होंने कहा कि नए वायरस को लेकर पिछले कुछ दिनों में भारत समेत कुछ अन्य देशों में खबरें प्रकाशित की गई हैं. इससे साफ है कि भारत भी ऐसे वायरस को लेकर सावधान है. साथ ही चीन सरकार ने कहा कि जरूरी जानकारी होने पर आगे अपडेट जिया जाएगा.
इससे पहले खबर आई थी कि चीन में रहस्यमयी बीमारी का कहर है, जहां रहस्यमयी निमोनिया से जुड़े ज्यादा तरह मरीज उत्तर पूर्वी बीजिंग और लियाओनिंग के अस्पतालों में देखे जा रहे हैं. जिसके बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन से अधिक जानकारी मांगी है. खबरों में कहा गया था कि रहस्यमयी निमोनिया से ज्यादा तर बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. इसकी वजह से पूरी दुनिया में इसकी चर्चा होने लगी है. इसके देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन एक्शन मोड में आया है और बीमारी की पूरी जानकारी मांग रहा है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से कहा गया था कि चीन में माइक्रोप्लाज्मा निमोनिया और इंफ्लूएंजा फ्लू के केस बढ़ते जा रहे हैं. सांस संबंधी बीमारी का प्रकोप है. वहीं, ये भी सामने आया था कि चीन के विशेषज्ञों ने पिछले महीने एक अलर्ट जारी किया था. जिसमें मौजूदा मौसम के दौरान कोविड-19 का संक्रमण बढ़ने की आशंका जताई गई थी. बुजुर्ग और बीमार लोगों को पहले से टीका लेने को कहा गया था.