Flood In UP: यूपी के कई जिले बाढ़ और बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। राज्य की नदियां उफान पर हैं। शुक्रवार को भी राज्य के कई हिस्सों में अच्छी-ख़ासी बरसात हुई।
बाढ़ और बरसात के कारण राज्य में अलग-अलग जिलों में तीन की मौत हो गई है। वहीं बाढ़ के पानी के चलते शाहजहांपुर में शहर तक पानी आ गया। पानी यहां हाईवे के बराबर से बह रहा है। जिसके चलते लखनऊ-दिल्ली हाईवे को बंद कर दिया गया। फर्रुखाबाद में एक युवक उफनाए नाले में बह गया।
आकाशीय बिजली गिरने से बलिया में एक किसान और मिर्जापुर में एक महिला की मौत हो गई है।
उधर, बाढ़ के कारण हरदोई और फर्रुखाबाद जिलाधिकारी ने 83 स्कूलों को 18 जुलाई तक बंद करने के आदेश दिए हैं। मौसम विभाग बता रहा है कि पूरे राज्य में मानसून सक्रिय है और बरसात जारी रहेगी।
हरदोई में गर्रा नदी के उफनाने से बाढ़ का पानी स्कूलों में भर गया है। डीएम ने 83 स्कूलों में 18 जुलाई तक के लिए अवकाश घोषित कर दिया है। जिले में 100 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
उधर, फर्रुखाबाद में रामगंगा में उफान से अलादादपुर भटौली समेत कई गांवों में पानी घुस गया। रतनपुर 13 वर्षीय नारायण सुबह उफनाए सोता नाला में बह गया। वह दो बच्चों के साथ नहाने गया था।
पूर्वांचल के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से उमसभरी गर्मी से निजात मिली है। शुक्रवार को कहीं हल्की तो कहीं झमाझम बारिश से सड़क से लेकर गली मुहल्लों में जल जमाव के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं वज्रपात से बलिया में किसान और मिर्जापुर में महिला की मौत हो गई, जबकि तीन लोग झुलस गए।
सिद्धार्थनगर में बूढ़ी राप्ती के बाद राप्ती और तेलार ने भी लाल निशान के पर पहुंच कर गई हैं। सड़कें, गांव डूबे हैं। जलस्तर बढ़ने से प्रभावित गांवों की संख्या बढ़ रही है। गुरुवार देर रात भनवापुर क्षेत्र में शाहपुर-भोजपुर बांध लगभग 20 फीट कट कर बह गया।
वहीं बाढ़ का पानी आने के बाद ढेबरुआ-डुमरियागंज मार्ग पर प्रशासन ने बैरिकेडिंग कर दी है। गोरखपुर से मिली सूचना के मुताबिक राप्ती नदी का जलस्तर शुक्रवार को खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया।
राहत की बात यह है कि सरयू नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटे में 21 सेंटीमीटर घटा है लेकिन अभी नदी लाल निशान के पार बह रही है। पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक रोहिन नदी का जलस्तर बढ़ा है। यह नदी 83 सेंटीमीटर बढ़ी है। इसका असर यह है कि यह खतरे का निशान महज रह गया है। गोर्रा और कुआनो का भी जलस्तर बढ़ रहा है।
बलिया से मिली सूचना के मुताबिक खतरे के निशान के ऊपर बह रही सरयू नदी के जलस्तर में बढ़ाव का सिलसिला लगातार जारी है। इससे तटवर्ती इलाकों के लोगों में दहशत बढ़ने लगी है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शुक्रवार शाम चार बजे जलस्तर 64.330 मीटर दर्ज किया गया, जबकि खतरा बिंदु 64.010 मीटर है।
बलिया-सोनौली राजमार्ग से सटे तटवर्ती तुर्तीपार गांव में त्यागी बाबा आश्रम से गांव में जाने वाला मुख्य मार्ग शुक्रवार की सुबह नदी के तेज बहाव के चलते टूट गया। इधर आजमगढ़ में घाघरा नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है।
शाहजहांपुर में शुक्रवार को भी गर्रा नदी की बाढ़ का कहर जारी रहा। लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर बाढ़ के पानी के तेज बहाव के कारण दूसरे दिन भी आवागमन बंद रहा।
शाहजहांपुर जिले में एसीडीआरएफ और पीएसी के साथ ही एनडीआरएफ की टीम भी राहत और बचाव कार्य में जुट गई है। वहीं, पीलीभीत में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है।
सभी हाईवे पर यातायात शुरू कर दिया गया है। साथ ही टनकपुर के बाद शाहजहांपुर रूट पर ट्रेनों का संचालन शुरू हा गया है। लखीमपुर खीरी में एनएच 731 पर बाढ़ का पानी भरा होने के कारण यह छठे दिन भी बंद रहा। हालांकि पलिया से निघासन मार्ग पर यातायात बहाल कर दिया गया है। लखीमपुर खीरी में 280 गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
उधर, पीलीभीत में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम होने लगा है। राहत कार्य के साथ ही साफ-सफाई के लिए टीमें लगा दी गई हैं। दो रूटों पर ट्रेनों का संचालन शुरू करने के साथ ही त्रिवेणी एक्सप्रेस को शाहजहांपुर के रास्ते चलाने की तैयारी चल रही है। सभी सड़क मार्गों पर यातायात शुरू कर दिया गया है।
बाढ़ में जहां-जहां सड़कें पानी के तेज बहाव में बह गईं और टूट गईं वहां सर्वे किया जा रहा है। वहीं, बदायूं में रामगंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण 10 से 12 गांवों में पानी भरा हुआ है। हजरतपुर और गढ़िया रंगीन में लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में अब तक इस मानसून में सामान्य से 18 फीसदी तक अधिक वर्षा हो चुकी है। मानसून में इस समय तक राज्य में 190.9 मिली मीटर वर्षा होनी चाहिए और 225.7 मिली मीटर हो चुकी है। वहीं पहली जुलाई से अब तक सामान्य से 71 फीसदी वर्षा दर्ज की जा चुकी है। जुलाई में अब तक सामान्य वर्षा 95 फीसदी है और 162.1 मिली हो चुकी है।