Filaria Medicine: बिहार के पूर्णिया में फाइलेरिया की दवा खाने से 50 से अधिक अधिक लोग बीमार पड़ गए। इनमें से तीन की हालत गंभीर है। इन बीमार लोगों को इलाज जीएमसीएच में चल रहा है।
परिजनों ने बताया कि अभियान के तहत जलालगढ़ स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जलालगढ़ थाना क्षेत्र रहिका गांव में फाइलेरिया की दवा बांटी गई थी। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 10 अगस्त से शुरू की गई थी।
पूर्णिया में फाइलेरिया दवा खाने से 50 से अधिक अधिक लोग बीमार हो गए। इसमें तीन की स्थिति काफी गंभीर है जिसे इलाज के लिए पूर्णिया जीएमसीएच में रखा गया है।
घटना पूर्णिया जिले के जलालगढ़ थाना क्षेत्र रहिका गांव की है। जहां स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा खाने दी गई फाइलेरिया की दवा और एल्बेंडाजोल दवा खाने के तुरंत बाद ही एक-एक करके सभी लोगों को उल्टी, दस्त, सिर में चक्कर आने लगा।
इसके बाद आनन-फानन में इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उपचार के लिए लाया गया। जहां गंभीर स्थिति को देखते हुए आधा दर्जन महिलाओं को पूर्णिया जीएमसीएच रेफर कर दिया। जहां तीन महिला की स्थिति काफी गंभीर है। जीएमसीएच के ट्रामा सेंटर में डॉक्टर की निगरानी में इलाज चल रहा है।
परिजनों ने बताया कि जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 10 अगस्त यानी शनिवार को शुरू की गई हैं। अभियान के तहत जलालगढ़ स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जलालगढ़ थाना क्षेत्र रहिका गांव में फाइलेरिया की दवा बांटी गई थी।
शाम में फाइलेरिया की दवा खाते ही लगभग से 50 अधिक लोगों को एक-एक कर उल्टी, दस्त, सिर में चक्कर आने लगा। जिसे गांव में हड़कंप मच गया। जिसके बाद लोगों द्वारा इलाज के लिए जलालगढ़ पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां गंभीर स्थिति को देखते आधा दर्जन लोगों को बेहतर उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया।
बाकी का इलाज जलालगढ़ पीएचसी में जारी है। वहीं बीमार में लकारी पासवान, रितु देवी, सदन लाल पासवान, काजल कुमारी, मधु कुमारी, जयमाला देवी, गीता देवी, तेतरी देवी, विभा देवी सहित अन्य शामिल है।
वहीं डबलूएचओ के डॉक्टर दिलीप कुमार ने बताया कि रोगी को डरने की कोई बात नहीं है। एल्बेंडाजोल एवं फाइलेरिया की दवा खाने के बाद चक्कर आ सकती है। खबर सुनकर काफी संख्या में लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए।
वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तनवीर हैदर ने बताया कि रोगी की स्थिति अब खतरे से बाहर है।