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मुजफ्फरपुर के स्कूल में बच्चों को दिलाया गया संकल्प
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पटाखे बिना फोड़े स्वच्छ दिवाली मनाने की दी गयी सीख
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स्कूल प्रबंधन की ओर से सालों से चलाया जा रहा अभियान
मुजफ्फरपुर. दिवाली पर आतिशबाजी और दिये जलाने की परंपरा है, लेकिन बिहार के कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां पर केसोसिन के दिये जलाए जाते हैं, जिससे काफी प्रदूषण फैलता है. साथ ही पटाखों से भी प्रदूषण की स्थिति और गंभीर होती है. यही वजह है कि विभिन्न सामाजिक संगठनों और स्कूलों की ओर से दिवाली के समय लोगों को जागरूक करने की मुहिम चलायी जाती है, जिसमें प्रदूषण मुक्त दिवाली का संकल्प लिया जाता है.
बच्चों ने लिया संकल्प
शहर के मिठनपुरा इलाके के किडजी स्कूल में में प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाने को लेकर छोटे बच्चों को जागरूक किया गया. स्कूल के डायरेक्टर शेखर कुमार ने बताया कि स्कूल की ओर से दिवाली सेलिब्रेशन का आयोजन किया गया है, जिसमें स्कूल में फूलों की रंगोली बनायी गयी. इस दौरान बच्चों को इस बात का संकल्प दिलाया गया कि वो केरोसिन के दिये अपने घर में नहीं जलाएंगे. अगर घर मे पैरेंट्स किरोसिन के दिये जलाने की तैयारी करते हैं, तो उन्हें समझाएंगे. बच्चों ने पूरे उत्साह से संकल्प लिया और पर्यवारण को सुरक्षित रखने की बात कही.
पटाखे नहीं फोड़ने का फैसला
स्कूल की ओर से बच्चों को पटाखे नहीं फोड़ने की सीख दी गयी और बताया गया कि किरोसिन और पटाखे फोड़ने से किस तरह से प्रदूषण फैलता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक होता है. इसके अलावा बच्चों को अपने घर और आसपास साफ-सफाई रखने की बात भी सिखायी गयी. स्कूल की ओर से बच्चों को कहा गया कि वो अपने परिजनों को साफ-सफाई में मदद करें.
सालों से चला रहे हैं अभियान
किडजी स्कूल के डायरेक्टर शेखर कुमार ने बताया कि सालों से स्कूल की ओर से प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाने का अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली समेत देश के विभिन्न शहरों में प्रदूषण का स्तर जिस तरह से बढ़ रहा है. उससे शहर रहने लायक नहीं रह गये हैं. ऐसे में सबको मिलकर प्रयास करना होगा, तभी प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह बिहार के कई जिलों में प्रदूषण की स्थिति गंभीर रहती है.
बच्चों ने मनाया शुभकामना कार्ड
पिछले सालों में कई बार मुजफ्फरपुर में प्रदूषण का स्तर दिल्ली से भी आगे निकल गया था. इसलिए हम सबको बहुत सचेत रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम सबका सामाजिक दायित्व है, उसी के तहत स्कूल में बच्चों को पर्यावरण के प्रति सजग किया गया. दिवाली सेलिब्रेशन के दौरान बच्चों की ओर से शुभकामना कार्ड भी बनाए गये, सब बच्चों ने मिल कर स्कूल में दिवाली मनायी.