Cocaine Seized In Delhi: दिल्ली में मिली नशे की एक बड़ी खेप बरामद हुई। 2000 करोड़ की ये कोकीन दुबई से भारत लाई गई। इसका मास्टरमाइंड फरार हो गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि इस जब्ती का संबंध दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के महिपालपुर से 5,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 562 किलोग्राम नशीली दवाओं की बरामदगी से जुड़ा हुआ है।
दुबई से भारी मात्रा में कोकीन एक कंपनी के जरिए भारत भेजी गई है। इस कंपनी की पहचान कर ली गई है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अधिकारी इस कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ कर रहे हैं और ये पता कर रहे हैं कि कितनी मात्रा में कोकीन भारत भेजी गई है।
अभी तक भारत में कुल 773 किलोग्राम कोकीन पकड़ी जा चुकी है। इतनी मात्रा में देश से कोकीन बरामद होने पर देश की सुरक्षा एंजेंसियां हाई अलर्ट मोड में आ गई हैं। सभी राज्यों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। स्पेशल सेल ने अब नार्को टेरर का लिंक भी खंगालना शुरू कर दिया है।
स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दुबई से कोकीन की खेप सीधे गाजियाबाद और हापुड़ पहुंची थी। यहां गोदाम में पूरी खेप को रखा गया था। यहां से खेप भारत के अन्य राज्यों में भेजी जा रही है।
दिल्ली के रमेश नगर से जो 208 किलोग्राम कोकीन बरामद की गई है वह भी गाजियाबाद से यहां पहुंचाई गई थी। यहां से ये खेप आगे पहुंचाई जाती उससे पहले ही महिपालपुर में कोकीन की खेप पकड़ी गई। इसके बाद इस खेप की निगरानी करने भारत आया सविंदर गोदाम बंद कर बुधवार रात को लंदन फरार हो गया। वह आईजीआई एयरपोर्ट से लंदन फरार हुआ है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार लंदन में बैठे इंटरनेशनल ड्रग्स गिरोह के सरगना ने ही सविंदर को रमेश नगर वाली कोकीन की खेप की निगरानी के लिए भारत भेजा था।
गिरोह सरगना ने ही जितेंद्र गिल उर्फ जस्सी को महिपालपुर वाली खेप पर निगरानी के लिए भारत भेजा था। खेप पकडऩे जाने के बाद जस्सी जब लंदन फरार हो रहा था तो उसे अमृतसर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था।
स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों के अनुसार रमेश नगर वाली कोकीन की खेप की आवाजाही के लिए किराए की एरिग्टा कार का इस्तेमाल किया गया। ये कार तिलक नगर में एक व्यक्ति की है। वह कागजात किराए पर रखकर कारें किराए पर देता है। पुलिस इस कार के मालिक से पूछताछ कर रही है। कार मालिक ने सभी कारों मेें जीपीएस सिस्टम लगवा रखा है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार कंपनी के जरिए जो कोकीन भारत आई है उस पूरी खेप को यूपी के गाजियाबाद व हापुड़ के गोदामों रखा गया था। यहां से कोकीन को देश के अन्य हिस्सों में भेजा रहा है। महिपालपुर व रमेश नगर से बरामद कोकीन की दोनों खेप को गाजियाबाद से भेजा गया था।
मादक पदार्थो के भारत के सरगना वीरेंद्र बसोया ने कोकीन की खेप की डिलीवरी के बदले तीन करोड़ हर एक कन्साईनेट पर तुषार को देने की डील की थी। दुबई से बसोया ने इस सिंडिकेट से जुड़े यूके में मौजूद जितेन्द्र गिल को भारत जाने को कहा था। इसके बाद वह तुषार से मिलने ड्रग्स डील के लिए दिल्ली आया। जहां पर तुषार ने उसे पंचशील इलाके के एक होटल मे रुकवाया।
इसके बाद दोनों गाजियाबाद और हापुड़ ड्रग्स लेने पहुंचे। मुंबई में जो कोकीन सप्लाई होनी थी उस शख्स की पहचान भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने की है। इस संबंध में मुंबई में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
वीरेंद्र बसोया लंबे वक्त से दुबई से कोकीन की डील से जुड़ा हुआ बताया जाता है। इंटरनेशनल एजेंसियों को वीरेंद्र बसोया को लेकर इनपुट्स शेयर किए गए हैं, ताकि उसे दुबई में दबोचा जा सके।
बता दें कि पिछले साल पुणे पुलिस ने दिल्ली में छापेमारी कर जो 3 हजार करोड़ की ड्रग्स (म्याऊं म्याऊं ) पकड़ी थी, उस ड्रग्स सिंडिकेट में भी बसोया का नाम सामने आया था। पुणे पुलिस ने बसोया के दिल्ली के पिलंजी गांव में रेड भी की थी, लेकिन पुलिस के पहुंचने के पहले ही वो भाग गया था।
बसोया ने पिछले साल यूपी के एक पूर्व विधायक की बेटी से अपने बेटे की शादी भी दिल्ली के एक शानदार फॉर्महाउस में की थी। आरोपी बसोया के खिलाफ तीन एलओसी जारी हो चुकी हैं। दिल्ली पुलिस ने 3 अक्तूबर को महिपालपुर में छापेमारी कर एक गोदाम से 560 किलो कोकीन और 40 किलो हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त की गई थी।