Chirag_Pashupati: बिहार एनडीए में चाचा-भतीजा रार जारी है। अब पशुपति पारस ने चिराग पासवान के साथ मिल जाने का ऑफर ठुकरा दिया है।
पशुपति पारस, हाजीपुर सहित अपनी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं। उन्होंने बुधवार रात को भी अपने सांसदों और रालोजपा संसदीय बोर्ड के सदस्यों के साथ बैठक बुलाई। इसमें उन्होंने साफ कर दिया कि वह अपने सांसदों की बलि नहीं देने वाले हैं औऱ न ही सांसदों की कीमत पर वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
पशुपति पारस ने कहा कि वह अपनी सभी सीटों पर कायम हैं। हाजीपुर से वही चुनाव लड़ेंगे। इस मुद्दे पर उनकी गुरुवार को बीजेपी नेतृत्व से भी बात होगी।
बता दें कि बीजेपी नेता मंगल पांडेय ने मंगलवार और बुधवार को दोनों दिन पारस से बात की। बिहार बीजेपी के प्रभारी विनोद तावड़े भी पारस से मिले और चिराग पासवान के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया।
बीजेपी चाहती है कि लोकसभा चुनाव से पहले लोजपा के दोनों गुटों का विलय हो जाए, ताकि मजबूती से चुनाव लड़ा जा सके। हालांकि बीजेपी की यह कोशिश अब तक विफल साबित हुई है।
दूसरी ओर, लोजपा रामविलास के मुखिया चिराग पासवान ने बुधवार को दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस दौरान मंगल पांडेय भी साथ थे। बीते एक सफ्ताह में नड्डा से चिराग की यह दूसरी मुलाकात रही।
इस मीटिंग के बाद चिराग ने कहा कि सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं है। सब कुछ तय है। एनडीए में सीटों पर बातचीत हो चुकी है। समय आने पर इसकी घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए में आने से जीत का अंतर और भी बढ़ जाएगा।
रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि बीजेपी ने चिराग पासवान की पार्टी को 5 सीटें देने का मन बनाया है। वहीं, उनके चाचा पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं दी जाएगी। पारस को राज्यपाल बनाने का ऑफर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि बीजेपी ने यह फॉर्मूला फाइनल कर लिया है। इस पर अन्य सभी दलों की सहमति मिलने पर सार्वजनिक कर दिया जाएगा। इसके तहत बीजेपी 17 और जेडीयू 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी की पार्टी को एक-एक सीट दी जाएगी।