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राजनांदगांव की आठ सीटों का हाल
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बार-बार कर्जा माफी ठीक नहीं
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पीएससी का मुद्दा भी चुनाव में
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2003 से रमन सिंह राजनांदगांव से विधायक
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आठ सीटों में सात अभी कांग्रेस के पास
राजनांदगांव. राजनादगांव में लोकसभा क्षेत्र में आठ विधानसभा सीट आती हैं, इनमें से सात अभी कांग्रेस के पास हैं. केवल राजनांदगांव भाजपा के पास है, जिससे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह विधायक हैं, लेकिन इस बार की स्थिति थोड़ी बदली हुई है. जानकार यहां की सीटों पर बराबरी का मामला बता रहे है. नर्मदा न्यूज की ग्राउंड रिपोर्ट में पूरे राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र की पड़ताल.
नांदगांव टाइम्स के संपादक अशोक पांडेय का कहना है कि भाजपा के पास कुछ खोने को कुछ नहीं है. मुझे लगता है कि इस बार चुनाव में भाजपा को कुछ फायदा जरूर होगा, लेकिन पार्टी की ओर से अब तक घोषणा पत्र नहीं आया है. घोषणा पत्र आने के बाद उसका असर दिखेगा. कांग्रेस की ओर से वादे किये जा रहे हैं, जिनका असर वोटरों पर दिख रहा है. साथ ही वो ये भी कहते हैं कि कांग्रेस की सत्ता में फिर से वापसी हो सकती है, क्योंकि कांग्रेस की ओर से अपने वादे पूरे किये गये हैं.
अशोक पांडेय का कहना है कि शराबबंदी का मुद्दा भी बड़ा है, इसको लेकर महिलाएं नाराज हैं. भूपेश बघेल ने इसका वादा किया था, लेकिन उसको कर नहीं पाये, क्योंकि यहां पर आबकारी विभाग से बहुत पैसा आता है. यहां पर जातीय गणना का असर आने की उम्मीद नहीं है. कांग्रेस ने आर्थिक सर्वे किया है, जिसकी रिपोर्ट नहीं जारी की गयी है.
इसके बाद राजनांदगांव के नंदई चौक पहुंची नर्मदा न्यूज की टीम की मुलाकात सुयस चोपड़ा नाम से युवा से होती है. उनका गुस्सा भूपेश बघेल की सरकार की योजनाओं से है. सुयस कहते हैं कि जब राज्य के किसान खुशहाल हैं, तो बार-बार कर्जा माफी सरकार की ओर से क्यों की जा रही है. ये बात ठीक नहीं है. कांग्रेस के नेताओं को इसके बारे में बताना चाहिये. साथ ही वो छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाते हैं.
राजनांदगांव के रहनेवाले दुर्गेश गुप्ता कहते हैं कि कहना है कि रमन सिंह की जीत होगी. पिछले पांच सालों में भूपेश बघेल की सरकार ने कुछ नहीं किया है. सौ यूनिट फ्री बिजली देने की बात सरकार ने कही थी, लेकिन बिजली का बिल पहले की तरह ही आ रहा है. ऐसे ही कर्जामाफी योजना भी है. इलाके के रहनेवाले एक बुजुर्ग कहते हैं कि बस कांग्रेस की सरकार ही बनेगी. गरीबों और मजदूरों के लिए सरकार अच्छा काम कर रही है. वो बार-बार इस पर जोर देते हैं कि राज्य में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी.
हल्दीपुर के रहनेवाले एक युवक का कहना है कि भाजपा का घोषणा पत्र आने के बाद ही स्थिति साफ होगी. अभी तक कांग्रेस के पक्ष में लोग हैं, क्योंकि उसकी ओर से घोषणा की गयी है. साथ ही वो ये कहते हैं कि हमने मोदी जी को देख कर भाजपा को वोट देने का मन बना लिया है. इस युवा ने महिला सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया और कहा कि यूपी की तर्ज पर ही छत्तीसगढ़ में भी कार्रवाई होनी चाहिये.
कृषि उपज मंडी में धान बेचने आये किसानों का कहना है कि जो हमें धान के ज्यादा दाम देगा, हम उसके पक्ष में जाएंगे. अभी हम धान को खुले बजार में बेचने के लिए आए हैं, जहां हमें समर्थन मूल्य से कम दाम मिल रहा है. यहां पर धान 22 से 23 सौ रुपये के बीच में मिलता है. वहीं, कृषि मंडी में काम करनेवाले मजदूरों का कहना है कि उनके लिए भी सरकार को योजनाएं बनानी चाहिये, क्योंकि उन्हें काम नहीं मिल पाता है. वहीं, एक युवा किसान ने बताया कि कृषि में लागत लगातार बढ़ती जा रही है. सरकारों की ओर से घोषणा की जाती है, लेकिन कई बार वादे नहीं पूरे किये जाते हैं. वो इस बात के खुश हैं कि पिछली बार एक एकड़ पर 15 क्विंटल की खरीद हो रही थी, जिसे अब 20 क्विंटल करने का वादा किया गया है. इससे हम लोगों को राहत मिलेगी.