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सीएम के सामने फिर भतीजे की चुनौती
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दोनों के बीच पहले भी हो चुका है मुकाबला
रमन सिंह को टक्कर देंगे पहली बार चुनाव लड़ रहे गिरीश
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के सामने भी नया चेहरा
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डिप्टी सीएम के सामने भी भाजपा ने नया चेहरा उतारा
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में भाजपा की ओर से चौथी सूची जारी होते हैं, चुनावी जंग की बिसात पर मोहरे तय हो गये. राज्य की 90 में से 47 सीटें ऐसी हैं, जहां लड़ रहे दिग्गजों को कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ेगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सीट पाटन पर दिलचस्प लड़ाई है, क्योंकि उनका सामना अपने ही भतीजे विजय बघेल से है, जो दुर्ग से सांसद हैं. ऐसे ही राजनांदगांव ऐसी सीट है, जो हाई प्रोफाइल है, क्योंकि यहां से पूर्व सीएम रमन सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. रमन सिंह के सामने कांग्रेस ने गिरीश देवांगन को उतारा है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बात करें, तो उनकी अपने भतीजे के साथ टक्कर है, जो दो बार उन्हें इसी सीट पर मात दे चुका है, जबकि भूपेश बघेल ने भी एक बार भतीजे को करारी शिकस्त दी है. विजय बघेल की बात करें, वो इस समय भाजपा घोषणा पत्र समिति के संयोजक हैं. पार्टी में शामिल हुए उन्हें 20 साल हो गये हैं. उन्होंने राजनीतिक शुरुआत नगर परिषद के चुनाव से की थी. इसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ा था, लेकिन 2003 के चुनाव में पाटन सीट से हार का सामना करना पड़ा. 2008 के चुनाव में उन्होंने चाचा भूपेश बघेल को हरा दिया था. 2013 के चुनाव में भूपेश बघेल ने भतीजे को शिकस्त दे दी थी. इसके बाद 2018 के चुनाव में विजय बघेल को भाजपा ने टिकट नहीं दिया, इस चुनाव में जीत के बाद भूपेश बघेल राज्य के मुख्यमंत्री बने, जबकि विजय बघेल को भाजपा ने 2019 में दुर्ग सीट से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया और वो जीत कर सांसद बने.
2023 के चुनाव में फिर से चाचा-भतीजे का आमना सामना है. दोनों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है. अगर बात भूपेश बघेल की करें, तो पाटन सीट से अब तक चार बार चुनाव लड़ें हैं, जिसमें तीन में जीते हैं, जबकि एक में हार का सामना करना पड़ा. राजनांद गांव का प्रतिनिधित्व पूर्व सीएम रमन सिंह कर रहे हैं. उन्हें कांग्रेस के गिरीश देवांगन से कड़ी टक्कर मिलेगी, जो पहली बार चुनाव मैदान में हैं. ऐसे ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का मुकाबला लोरमी में धनेश्वर साहू से होगा, जबकि जांजगीर चंपा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के सामने व्यास कश्यप चुनाव मैदान में हैं, जो पहली बार विधानसभा में किस्मत आजमा रहे हैं.
अंबिकापुर से डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव के सामने भाजपा ने नए चेहरे राजेश अग्रवाल को टिकट दिया है. दुर्ग ग्रामीण में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के सामने भाजपा ने ललित चंद्राकर को टिकट दिया है. जबकि चित्रकोट में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के सामने विनायक गोयल हैं, जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे ही कवर्धा में मोहम्मद अकबर के सामने भाजपा ने विजय शर्मा को उतारा है. विजय शर्मा भी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं.