रायपुर. शादी की झांसा देकर एक नाइजीरियन युवक ने दुर्ग की युवती से लगभग 17 लाख की ठगी कर ली, जब मामला सामने आया, तो पुलिस ने आरोपी विदेशी नागरिक को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. वो टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था, जिसका समय समाप्त हो गया था, उसके बाद भी वो भारत में रह रहा था. अब उसे गिरफ्तार करके दुर्ग लाया गया है.
दुर्ग पुलिस ने बताया कि जानसन सैमुअल नाम के ये व्यक्ति 40 साल का है. इसने शादी डॉट काम की साइड पर अपनी फेक नाम से आईडी बनायी, जिसमें इसने अपना नाम आलोक देश पांडे रखा और खुद को इंग्लैण्ड में काम करनेवाला बताया.
इसी आईडी से वो डोंगरगांव इलाके में रहनेवाली युवती से बात करने लगा. युवती सहकारी बैंक में मैनेजर के पद पर काम करती है. उसने युवती से कहा कि वो जल्द भारत आएगा और उसे लेकर इंग्लैंड जाएगा. युवती उसके झांसे में आ गई.
इसके बाद आलोक देशपांडे के नाम से किसी महिला ने युवती को फोन किया और कहा कि आपके मित्र दिल्ली एयरपोर्ट पर आए हैं. इनको आपकी मदद की जरूरत है, क्योंकि विदेशी मुद्रा को एक्सचेंज करने के लिए इन्हें फीस जमा करनी होगी, क्योंकि ये विदेशी मुद्रा लेकर आए हैं.
इसके बाद आलोक देश पांडे बने नाइजीरियाई युवक ने युवती से बात की और उसे अपने झांसे में लिया. इसके बाद बैंक खातों में लगभग 16 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर करा ली. राशि ट्रांसफर होने के बाद आरोपियों ने सभी मोबाइल फोन बंद कर दिए, जिनसे युवती से बात की थी.
जब युवती को ठगी का एहसास हुआ, तो उसने डोंगरगांव पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की. इस दौरान पुलिस को मोबाइल फोन और टेक्निकल सर्विलांस से जानकारी मिली, जिसके आधार पर दिल्ली के संत नगर एक्सटेंशन में छापा मारा और वहीं से जानसन सैमुअल को गिरफ्तार किया गया. जो नाइजीरिया के एन-18 इजिग्बो का मूल निवासी है.
जानसन दिल्ली के जी-81, संत नगर एक्सटेंशन शहपुरा, थाना तिलक नगर में रहता था. वहां रहते हुए वह महिलाओं को अपने झांसे में फंसाकर ऑनलाइन ठगी कर रहा था. एएसपी राहुल देव शर्मा ने बताया कि वीजा और पासपोर्ट की वैधता समाप्त होने के बाद भी जानसन दिल्ली में अवैधानिक तरीके से रह रहा था.
पूछताछ में आरोपी ने एक महिला के सहयोग से ठगी करने की बात का खुलासा किया है. आरोपित भारतीय महिला सहयोगी के साथ मिलकर ठगी कर रहा था. सहयोगी महिला ही आरोपित को बैंक का खाता और फर्जी सिम उपलब्ध कराती थी. उसके पास से एक लैपटॉप, चार मोबाइल फोन और पासपोर्ट जब्त किए गए हैं. इन्हीं के जरिए वो ठगी की घटनाओं को अंजाम देता था.