जांजगीर चांपा. सक्ति जिले से अचरीपाली गांव में 16 साल की नाबालिग छात्रा ने अपनी जीभ काट कर भगवान को चढ़ा दी है और मंदिर के अंदर साधना में बैठ गयी है. 11वीं कक्षा की छात्रा का नाम आरुषी चौहान है, जो भगवान शिव की भक्त है और हर सोमवार को मंदिर में पूजा करने के लिए जाती रही है. साधना के लिए मंदिर की अंदर बैठी छात्रा ने जीभ काटने से पहले एक नोट भी लिखा है, जिसमें उसने दो दिन तक साधना की बात लिखी है और लिखा है कि अगर पहले उठेगी, तो अनहोनी घटना हो जाएगी.
वहीं, सूचना पर मौके पर प्रशासन की टीम पहुंची, लेकिन ग्रामीणों को मंदिर को घेर रखा था, जिसकी वजह से प्रशासनिक अधिकारी मंदिर के अंदर नहीं जा सके. ग्रामीण भी चारों ओर से मंदिर को घेरे हुए हैं. बच्ची के माता-पिता भी प्रशासनिक अधिकारियों को मंदिर के अंदर जान से मना कर रहे हैं. वो कह रहे हैं कि हमारी बच्ची ठीक है. उसे किसी तरह के मेडिकल सहायता की जरूरत नहीं है. न ही उसे अस्पताल ले जाने की जरूरत है. वो मंदिर के अंदर साधना कर रही है, जिस सामान की जरूरत होती है. उसकी लिस्ट भेज रही है.
गांव के सरपंच खेमू साहू ने बताया कि जैसे ही मामले की सूचना हुई. प्रशासन को इसकी सूचना दी गयी. मौके पर एसडीएम और पुलिस अधिकारी पहुंचे, लेकिन वहां किसी को मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया गया. परिजनों का कहना है कि छात्रा की तबियत ठीक है. प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों और छात्रा के परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं माने. छात्रा को अस्पताल नहीं ले जाने दिया.