Bihar News: सत्तारूढ़ जदयू में टूट का दावा करने वाली लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद के विधायकों को तेजस्वी यादव के आवास में नजरबंद किया गया, लेकिन वह ‘सभी 79’ नहीं हैं। तीन विधायक गायब हैं। एक तो 12 दिन पहले मंत्री भी थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड के विधायकों को अपने संपर्क में होने का दावा करने वाली लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को जोर का झटका लगा है। सजा पाकर आजाद हुए बाहुबली आनंद मोहन के बेटे और सजायाफ्ता बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी समेत एक दर्जन विधायकों के रडार से बाहर जाने की खबर से बेचैन राजद ने तेजस्वी यादव के आवास में अपने सारे विधायकों को बुलाया और जब ‘सारे’ आ गए तो बताया गया कि अब सीधे बहुमत परीक्षण के दिन ही निकलना है यहां से। यहां सारे का मतलब 79 होना चाहिए, लेकिन अंतिम तौर पर गिनती 76 पर अटक गई है। सूत्रों के अनुसार, तीन विधायक नहीं आए। उनमें तो एक पिछली सरकार में मंत्री भी थे।
राजद नेताओं का दावा है कि उसके सभी विधायक पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बहुमत परीक्षण को असफल करने की योजना पर बातचीत के लिए ठहरे हैं। राजद का जोर है कि सभी विधायक यहां हैं। विधायकों को नजरबंद किए जाने की खबर से पहले से ही ये खरीद-फरोख्त की भी बात चल रही है। इसके बाद यह भी खबर सामने लायी गई कि अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी और आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद किन वजहों से राजद से दूर हो रहे हैं।
ऐसी खबरों से घबराए राजद ने अचानक तीन बजे अपने सभी विधायकों को तेजस्वी यादव के आवास पर बुला लिया। यह बुलाहट एक व्हिप की तरह थी, जिसके कारण चेतन आनंद पहुंच गए। चेतन आनंद ने अपने राजद छोड़ने की बातों को अफवाह करार दिया। वैसे, शायद ही उन्हें भी बाकी की तरह अंदाजा नहीं होगा कि वह नजरबंद कर लिए जाएंगे।
तेजस्वी यादव के आवास में विधायकों की गिनती कराई गई तो आशंका के अनुसार अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी नहीं थीं। वह खुद को दिल्ली में बता रही थीं, जबकि इस समय बिहार में कांग्रेस छोड़ सभी राजनीतिक दलों ने अपने विधायकों को पटना में रहने कहा था। जो अप्रत्याशित नाम है, वह पूर्व मंत्री कुमार सर्वजीत का है। वह बोधगया से राजद के विधायक हैं। वहीं, जहां शनिवार से भाजपा की बैठक चल रही है। कुमार सर्वजीत के अलावा एक और नाम मगध क्षेत्र के औरंगाबाद से है। उनसे संपर्क नहीं हो सका, इसलिए नाम नहीं दिया जा रहा है। राजद आवास में बैठे विधायकों का नंबर ऑन भी है, लेकिन औरंगाबाद जिले की एक विधानसभा सीट के इस विधायक का नंबर नॉट रिचेबल है।