Bihar Lok Sabha Election: लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद को छोड़ महागठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।
बता दें कि बीते साल तेजस्वी यादव ने तमिलनाडु के रिटायर्ड डीजीपी करुणा सागर को राजद की सदस्यता दिलाई थी। लोकसभा चुनाव में अब उनके सहयोगी कांग्रेस ने करुणा सागर को अपने साथ मिला लिया है।
“खूब पढ़े-लिखे लोग भी राष्ट्रीय जनता दल का रुख कर रहे हैं”- तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे करुणा सागर ने राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ली तो इस लाइन को खूब प्रचारित किया गया था।
पटना के हर कोने में करुणा सागर के राजद में आने के पोस्टर लगे थे। कुछ समय से वह तेजस्वी यादव के साथ नजर नहीं आ रहे थे। और अब, उन्होंने लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद को छोड़ महागठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।
बताया जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सामने उन्होंने राजद का दामन थामा था। एक साल बात ही उनका राजद से मोहभंग हो गया और उन्होंने कांग्रेस में शामिल हो गए। तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी रहे करुणा सागर राजद में प्रवक्ता पद पर थे। अचानक उनका कांग्रेस में शामिल होना कई सवाल खड़ा करता है।
चर्चा यह भी है उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए नाराज होकर उन्होंने कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया। जहानाबाद निवासी करुणा सागर भूमिहार जाति से आते हैं। हालांकि, करुणा सारण के कांग्रेस ज्वाइन करने पर राजद की ओर से कोइ प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी करुणा सागर बिहार के जहानाबाद जिला के रहने वाले हैं। वह भूमिहार जाति से आते हैं। एक साल पहले जब वह राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हुए थे तब तेजस्वी यादव ने इसे राजद की ‘ए टू जेड’ यानि पार्टी में सभी जातियों को एक साथ लेकर चलने की पहल करार दिया था। इसलिए एक साल होते ही करुणा सागर का मोहभंग हो गया। इस तरह तेजस्वी यादव के ‘ए टू जेड’ की राजनीती को भी यह बड़ा झटका लगा है।