बिहार में किस वर्ग के कितने लोग गरीब?
Bihar Ki Garibi Rekha: बिहार में सामने आए आर्थिक आंकड़ों के मुताबिक जिन परिवारों की आय छह हजार रुपये से कम है, उन्हें गरीब माना गया है।
प्रदेश में सामान्य वर्ग (सवर्ण) के कुल परिवारों की संख्या 43,28,282 है। इनमें से 25.09 फीसदी यानी 10,85,913 परिवार गरीब हैं। पिछड़ा वर्ग के कुल परिवारों की संख्या 74,73,529 है। इनमें से 33.16 फीसदी यानी 24,77,970 परिवार गरीब हैं।
अत्यंत पिछड़ा वर्ग के कुल 98,84,904 परिवार हैं। इनमें से 33.58 फीसदी परिवार गरीब हैं। इनकी संख्या 33,19,509 है।
अनुसूचित जाति के कुल परिवार 54,72,024 हैं। इनमें से 23,49,111 परिवार गरीब हैं, जो कि कुल संख्या का 42.93 फीसदी है।
प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के परिवारों की कुल संख्या 4,70,256 है। इनमें से 2,00,809 परिवार गरीब हैं। यह कुल संख्या का 42.70 फीसदी है। अन्य जातियों के परिवारों की कुल संख्या 39,935 है। इसमें से 9,474 परिवार गरीब हैं। यह कुल संख्या का 23.72 फीसदी है।
बिहार में सभी जातियों के परिवारों की कुल संख्या 2,76,68,930 है। इनमें से कुल गरीब परिवारों की संख्या 94,42,786 है। यह सभी समाज के कुल परिवारों की संख्या का 34.13 फीसदी है।
छह हजार से कम आय वाले 94 लाख परिवार गरीब
बिहार में में छह हजार रुपये से कम मासिक आय वाले परिवारों को गरीब माना गया है। इसके आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रदेश की एक बड़ी आबादी गरीब है। राज्य में परिवारों की कुल संख्या 2,76,68,930 है।
6000 रुपये से कम आय वाले कुल परिवारों की संख्या 94,42,786 है। यह कुल संख्या का 34.13 फीसदी है।
वहीं, 6000 रुपये से 10 हजार रुपये तक की मासिक आय वालों की संख्या 81,91,390 है। यह कुल संख्या का 29.61 फीसदी है।
10 हजार रुपये से 20 हजार रुपये मासिक आय वालों की संख्या 49,97,142 है। यह कुल संख्या का 18.06 फीसदी है।
प्रदेश में महीने में 20 हजार रुपये से 50 हजार रुपये तक कमाने वाले परिवारों की संख्या 27,20,870 है। यह कुल संख्या का 9.83 फीसदी है।
50 हजार रुपये से अधिक मासिक आय वाले परिवारों की संख्या 10,79,466 है। यह कुल संख्या का 3.90 फीसदी है।
प्रदेश में कुछ ऐसे भी परिवार हैं, जिन्होंने अपनी आय की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। ऐसे परिवारों की संख्या 12,37,276 है। यह कुल संख्या का 4.47 फीसदी है।
सवर्णों में सबसे ज्यादा गरीब कौन और कौन सबसे अमीर?
बिहार सवर्णों परिवारों की कुल संख्या 43,28,828 है। इनमें से 25.09 फीसदी यानी 10,85,913 परिवार गरीब हैं।
सवर्णों में भी भूमिहार सबसे ज्यादा गरीब हैं। इनकी परिवारों की कुल संख्या 8,38,447 है। इसमें से 2,31, 211 परिवार यानी 27.58 फीसदी गरीब हैं।
इनके बाद गरीब परिवारों के प्रतिशत के क्रम में देखें तो शेख, ब्राह्मण, राजपूत, पठान (खान), सैयद और फिर कायस्थ हैं।
शेख की संख्या 10,38,888 है। इनमें से 25.84 फीसदी यानी 2,68,398 परिवार गरीब हैं।
ब्राह्मण परिवारों की कुल संख्या 10,76,563 है। इनमें से 25.32 फीसदी यानी 2,72,576 परिवार गरीब हैं।
राजपूतों की संख्या 9,53,784 है। इनमें से 24.89 फीसदी यानी 2,37,412 परिवार गरीब हैं।
पठान (खान) परिवार प्रदेश में 1,89,777 हैं। इनमें से 22.20 फीसदी यानी 42,137 परिवार गरीब हैं।
सैयद की संख्या 59,838 है। इनमें से 17.61 फीसदी यानी 10,540 परिवार गरीब हैं। कायस्थ 1,70,985 हैं। इनमें से 13.83 फीसदी 23,639 परिवार गरीब हैं।
45 लाख लोग दूसरे राज्य या विदेश में कर रहे काम
बिहार की 13 करोड़ 7 लाख की आबादी में मात्र 3.50 प्रतिशत लोग दूसरे राज्यों में काम कर रहे हैं। विदेश में काम करने वाले 0.17 फीसदी हैं।
दूसरे राज्य में काम करने वालों की संख्या 45,78,669 है। विदेश में काम करने वाले 21,7,499 हैं।
प्रदेश के अंदर अपने मूल निवास स्थान से दूसरी शहर या जगह पर काम करने वालों की संख्या 15,89,000 है। यह कुल आबादी का 1.22 फीसदी है।
पढ़ाई के लिए छात्रों का पलायन
बिहार में आंकड़े बताते हैं कि 13 करोड़ की कुल आबादी में से 5,52000 छात्र पढ़ने के लिए दूसरे राज्यों में गए हैं। विदेश जाने वालों की संख्या 23,738 है।
पटना- बिहार में आबादी की शैक्षणिक स्थिति
22.67 आबादी के पास वर्ग 1-5 तक की शिक्षा
14.33 फीसदी आबादी के पास वर्ग 6-8 तक की शिक्षा
14.71 फीसदी आबादी के पास वर्ग 9-10 तक की शिक्षा
9.19 फीसदी आबादी के पास वर्ग 11-12 तक की शिक्षा
7 फीसदी से ज्यादा आबादी के पास ग्रेजुएट की शिक्षा
बिहार में गरीबी का डेटा
- सामान्य वर्ग में 25.09 फीसदी गरीब परिवार
- पिछड़ा वर्ग में 33.16 फीसदी परिवार गरीब
- अत्यंत पिछड़ा वर्ग में 33.58 फीसदी गरीब परिवार
- अनुसूचित जाति में 42.93 फीसदी गरीब परिवार
- अनुसूचित जनजाति में 42 .70
- अन्य प्रतिवेदित जातियों में 23.72 फीसदी गरीब
सामान्य वर्ग में सबसे अधिक गरीब भूमिहार समाज गरीब है ….25 .32 फीसदी भूमिहार परिवार गरीब
- ब्रह्मण 25 .3 फीसदी परिवार गरीब
- राजपूत 24.89 फीसदी गरीब परिवार
- कायस्थ 13.83 फीसदी गरीब परिवार
- शेख 25.84 फीसदी गरीब परिवार
- पठान (खान ) 22 .20 परिवार गरीब
- सैयद 17.61 फीसदी गरीब परिवार
- कुल मिला करा सामान्य वर्ग में 25.9 फीसदी परिवार गरीब
- आर्थिक रूप से गरीब परिवार पिछड़ा वर्ग
- यादव 35 .87 फीसदी परिवार गरीब
- कुशवाहा 34 .32 फीसदी परिवार गरीब
- कुर्मी 29 .90 फीसदी परिवार गरीब
- बनिया 24 .62 फीसदी परिवार गरीब
- सूर्यापुरी मुस्लिम 29.33 फीसदी परिवार गरीब
- सोनार 26 .58 फीसदी परिवार गरीब
- गोस्वामी 30 .68 फ़ीसदी गरीब परिवार
- घटवार 44.17 फीसदी परिवार गरीब
- भट्ट 23.68 फीसदी परिवार गरीब
- मालिक मुस्लिम 17.26 फीसदी गरीब
- ईसाई (अन्य पिछड़ी जाति)15 .79 फोड़ी गरीब
- ईसाई धर्ममलम्बी हरिजन 29 .12 फीसदी परिवार गरीब
- किन्नर 25 .73 फीसदी गरीब
- बिहार में अत्यंत पिछड़ा वर्ग जातियों की आर्थिक स्थिति
- तेली 29.87 फ़ीसदी परिवार गरीब
- मल्लाह 34. 56 फीसदी परिवार गरीब परिवा
- कानू 32 .99 फीसदी परिवार गरीब
- धानुक 34.75 फीसदी गरीब परिवार
- नोनिया 35 .88 फीसदी गरीब परिवार
- चंद्रवंशी 34.08 फीसदी परिवार गरीब
- नाई 38 .37 प्रतिशत गरीब परिवार
- बढ़ई 27 .71प्रतिशत गरीब परिवार
- प्रजापति 33.39 प्रतिशत गरीब परिवार
- पाल 33.20 प्रतिशत गरीब परिवार