Bihar-Bisra Gaurav: बिहार- बिसरा गौरव
“बिहार- बिसरा गौरव”
ज्ञान धर्म की पुण्य भूमि
दिव्यता का अंबार हूँ
मैं बिहार हूँ
माँ सीता की प्राकट्य स्थली
देवी अहिल्या का उद्धार हूँ
आदि काल से
राज -वैराग्य, अध्यात्म का अद्भुत संगम
विदेह का दरबार हूँ
वाल्मीकि की अरण्य स्थली में उद्भासित
श्रीराम गान का सार हूँ
जरासंध की क्रूर शक्ति मैं
कर्ण का बलिदान हूँ ,
मैं बुद्ध की देवत्व साधना
महावीर का त्याग हूँ
आम्रपाली का लावण्य गान
प्रथम लिच्छवि गणराज्य हूँ
नंदवंश का भोग विलास
मौर्य वंश का शौर्य विस्तार
चाणक्य का विश्वास हूँ
शुंग वंश का वीर उपासक
पुष्पमित्र की तलवार हूँ
गुप्तों का स्वर्ण काल
ख़ुशहाली का व्यापार हूँ
नालंदा -विक्रमशिला का ज्ञान कोष
आर्यभट्ट का गणित शोध
खगोल शास्त्र का पारावार हूँ
मंडन- भारती से मिलकर मर्दित
आदिशंकर का अभिमान हूँ
महादेव सेवक बन विचरे जहाँ
उगना -पति ,कवि कोकिल विद्यापति की
सरल शुद्ध भक्ति का उद्गार हूँ
दशमेश गुरू गोविंद की अवतरण स्थली
ख़ालिस धर्मवीरों की ललकार हूँ
वयो-वीर कुंवर का युवा साहस ,
खुदी राम के किशोर बलिदान की मैं फुफकार हूँ
राजेंद्र- गांधी का सत्याग्रह
वैकुंठ शुक्ल की टंकार हूँ
केसरी श्री बाबू के प्रशासनिक
सर्वोदय का यलगार हूँ
शांति – क्रांति का संचित अतल भंडार हूँ
दिनकर, रेणु , नागार्जुन की
अतुल्य साहित्य बेबाकी मैं
जय प्रकाश की सत्तारोधी हुंकार हूँ
राजनीतिक जातीय खिलवाड़ से पीड़ित !
हाँ आजकल थोड़ा लाचार, बीमार हूँ
शक्ति -भक्ति का सकल समन्वय
अखंड भारत का आधार हूँ
मैं बिहार हूँ।
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विश्वेन्दु