- Advertisement -spot_img
HomeबिहारBihar 10th Board Topper : देश के लिए कुछ करना चाहते हैं...

Bihar 10th Board Topper : देश के लिए कुछ करना चाहते हैं बिहार मैट्रिक रिज़ल्ट में नंबर वन बने शिवांकर कुमार

- Advertisement -spot_img

Bihar 10th Board Topper : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar Board) ने मैट्रिक रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार पूर्णिया के लाल ने शिवांकर कुमार ने परीक्षा में टॉप किया है।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने 10वीं बोर्ड एग्जाम का रिजल्ट जारी कर दिया। इस बार पूर्णिया के बेटे शिवांकर कुमार बिहार बोर्ड के टॉपर बने हैं। उनके घर में बधाई देने वालों की भीड़ लग गई।

मीडिया से शिवांकर ने कहाकि मुझे विश्वास था कि मेरा रिजल्ट बेहतर होगा। टॉपर बनकर काफी खुशी मिल रही है। मेरी सफलता में माता-पिता के साथ स्कूल और कोचिंग के शिक्षकों का योगदान रहा। शिवांकर के पिता संजय विश्वास प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं।

कितने घंटे पढाई करते थे? इस सवाल पर कहा कि मेरे लिए समय कभी मायने नहीं रखा। शिक्षक जैसा कहते और जो होम वर्क देते, उसे मैं समय पर पूरा करता। सिलेबस को सही समय पर खत्म करना पहली प्राथमिकता थी। इसके बाद अभ्यास पर काफी समय दिया। शिवांकर ने कहा कि मैं एनडीए की परीक्षा पासकर देश सेवा करना चाहता हूं। शिवांकर कुमार ने कहा कि तैयारी में शिक्षकों और परिवार को काफी साथ मिला।

पूर्णिया के कृष्णापुरी यादव टोला निवासी संजय विश्वास के पुत्र शिवांकर कुमार ने कहा कि विषय-वस्तु पर पकड़ बनाने के लिए एससीईआरटी की किताबों का ही सहारा लिया। स्कूल में शिक्षक जो भी बताते, उसे में नोट करता गया। दिए गए प्रश्नों का लगातार अभ्यास करता गया।

वहीं शिवांकर के पिता संजय विश्वास ने कहा कि मेरी कोशिश रही कि हर हाल में घर में पढ़ाई का अच्छा माहौल दे सकूं। शिवांकर बचपन से ही पढ़ाई में अच्छा था। इसकी पढ़ाई में किसी तरह की कोई कमी न हो, इसके लिए हम लोगों ने पूरी कोशिश की। वह आगे चलकर देशसेवा करना चाहता है। शुंभाकर दो भाई और दो बहन में सबसे छोटा हैं। शुंभाकर की मां कुमकुम देवी सहित तमाम परिवार में खुशी का माहौल है।

शिवांकर की मां कुमकुम देवी ने कहा कि जब शिवांकर पेपर देकर आया तो मैंने उससे कहा कि बहन इंटर की परीक्षा में 416 अंक लेकर आई है। तुम्हारे अंक इससे कम आए तो तुम्हें घर से बाहर कर दूंगी। उन्होंंने कहा कि बिहार टॉपर होने से बहुत खुश हूं।

उन्होंने कहा विश्वास था कि मेरा बच्चा ऐसा करेगा। क्योंकि उसकी पढ़ाई देखकर हम परेशान हो जाते थे तो और कहते थे बेटा सो जाओ। लेकिन, वह काफी कम सोता था। खाना-पीना पर ध्यान नहीं सिर्फ पढ़ाई करता था। सात से आठ सिर्फ पढ़ाई करता था। जब बीच में जबरदस्ती कहते थे चलो कुछ फिजिकल काम लो।

उन्होंने कहा कि शुभांकर खेलकूद से लेकर सब काम में एक्टिव रहते थे। शुभांकर के बड़े भाई आर्ट्स ड्राइंग में हैं। बड़ी बहन स्मृति कुमारी और छोटी बहन संजना कुमारी ने कहा कि हमे पूरा विश्वास था कि शिवांकर टॉपर बनेगा। लेकिन, यह हमने कभी नहीं सोचा था कि शिवांकर बिहार में टॉप करेगा।

- Advertisement -spot_img
- Advertisement -spot_img
Stay Connected
16,985FansLike
2,458FollowersFollow
61,453SubscribersSubscribe
Must Read
- Advertisement -spot_img
Related News
- Advertisement -spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here