Bhupesh Baghel on Modi: पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि पीएम मोदी असल हिंदू नहीं है। वो तो हिंदू परंपरा का पालन ही नहीं कर रहे। अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के समय मोदी सपत्नीक क्यों नहीं थे? शास्त्र में विवाहित पुरुष बिना पत्नी के पूजा नहीं करता।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण के बाद छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है। राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने उन्हें हिंदू विरोधी बताया है।
वहीं भाजपा के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि पीएम मोदी असल हिंदू नहीं है, क्योंकि वो तो हिंदू परंपरा का पालन ही नहीं कर रहे हैं। अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के समय मोदी सपत्नीक क्यों नहीं थे? शास्त्र में विवाहित पुरुष बिना पत्नी के पूजा नहीं करता।
मां का निधन हुआ, तो मुंडन भी मोदी नहीं कराए थे? हिंदू परंपरा में मुंडन अनिवार्य है। ऐसे में मोदी असल हिंदू नहीं है। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण को हिन्दुओं को आक्रमक नहीं सत्य के मार्ग पर चलने वाला बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस का राष्ट्रवाद भारतीय नहीं बल्कि आयातित है, हिटलर और मुसोलिनी जैसा है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह सब पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुये कहा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी ने जो भाषण दिया, उस पर सबकी नजरे लगी हुयी थी, पूरे देश के मीडिया ध्यान से सुन रहा था और देश ही क्या पूरे दुनिया के लोग बड़े ध्यान से राहुल गांधी जी के भाषण को सुन रहे थे। बहुत लंबे समय के बाद विपक्ष के नेता के हैसियत से बहुत ही धारदार भाषण दिया। सभी ने देखा कि प्रधानमंत्री को दो बार खड़ा होना पड़ा और रक्षामंत्री, गृहमंत्री, संसदीयकार्य मंत्री, कृषिमंत्री को खड़ा होना पड़ा और सभी विषयों पर राहुल गांधी ने बात रखी।
संसद में दिए गए राहुल गांधी के भाषण पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उन्होंने हिंदू को हिंसक नहीं बताया है. उनके खिलाफ भाजपाई दुष्प्रचार कर रहे हैं। दरअसल, भाजपा और आरएसएस का इतिहास हिंसा और डराने का रहा है कांग्रेस ने हमेशा सर्वधर्म, अहिंसा और भाईचारा की बात की है। बघेल ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के तरफ इशारा करते हुये कहा कि केवल आप ही हिन्दुओं का प्रतिनिधित्व नहीं करते, न ही मोदी जी करते है, न ही आरएसएस करता है और न ही भाजपा करती है। भाजपा हिंसा और भय का वातारण पूरे देश में बना कर रखे है जो गलत है, और इसी बात पर भारतीय जनता पार्टी इस बात को दुष्प्रचारित करने में लगी हुयी है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी के भाषण का उल्लेख करते हुये कहा कि भारत हर वर्ग से मिलकर बना है यहां बहुसंख्यक हिंदू है, आदिवासी भी है, अल्पसंख्यक भी है, सिख भी है, ईसाई भी है, बौद्ध के मानने वाले भी और बीजेपी इन सभी वर्गों को आपस में लडा़ती है, आपस में लड़ाने वाले कभी हिंदू नहीं हो सकते, हिंदू कभी हिंसात्मक नहीं होते हैं और भाजपा आरएसएस को हिंदुओं ने अपने ठेकेदार नहीं चुना है, ना हिंदुओं के मार्गदर्शक हैं। 10 साल से जो देश में भय का वातावरण चल रहा है लोगों की आवाज को धर्म जाति के आधार पर जो दबाने का षड्यंत्र मोदी सरकार ने रचा है आज सदन में वह भय खत्म हुआ है और हिंदुओं की आवाज उठाई गई है।
सदन में भगवान शिव जी की फोटो दिखाने पर भाजपा को आपत्ति है, संविधान के जय बोलने पर भाजपा को आपत्ति यह राष्ट्र विरोधी है, यह हिंदू विरोधी भाजपा का चरित्र हमारे 33 कोटी देवी देवताएं क्या हम अपने देवी देवताओं का चित्र दिखा नहीं सकते और भारत के संविधान का जय इस देश के सर्वोच्च सदन पर नहीं बोल सकते हैं भाजपा का यह कृत्य हिंदू विरोधी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दस वर्षों में संविधान और हिंदुस्तान के विचार पर लगातार हमला हुआ है। विपक्ष और देश की जनता ने इन हमलों से संविधान को बचाया है। उन्होंने बताया कि किस तरह विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाया गया। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि उन पर 20 मुकदमे लगाए गए, दो साल की सजा सुनाई गई और उनका घर छीन लिया गया। उन्होंने कहा कि यह सब प्रधानमंत्री के इशारे पर किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हिन्दुओं को आक्रामक नहीं बल्कि सत्य के साथ रहने वाला बताया है। छत्तीसगढ़ में कबीर और गुरूघासी दास जी को मानने वाले भी बड़ी संख्या में है और उनका भी संदेश यही है, सत्य के मार्ग में चलना है और अहिंसा के मार्ग में चलना है। जो सत्य के मार्ग पर चलेगा वह हिंसा कर ही नही सकता। जो सत्य के मार्ग पर चलेगा वह डराने और षड्यंत्र का काम नहीं कर सकता। भाजपा और आरएसएस का इतिहास यही रहा है कि लोगों को डरा करके रखना है। हमारे जितने महान संत है विद्वान है जो समाज सुधारक है उन्होंने सत्य की परंपरा को दिया है, उस परंपरा पर कांग्रेस पार्टी चलती है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा और आरएसएस का राष्ट्रवाद भारतीय नहीं बल्कि आयातित है, हिटलर और मुसोलिनी जैसा है। महात्मा गांधी का जो रास्ता है कि कोई मतभेद हो तो उसे संवाद के माध्यम से हल किया जाना चाहिये। यही बात पहले दिन ही लोकसभा का चुनाव हुआ तो राहुल गांधी ने कहा कि नीट का मामला उठाया, कहा कि हम सबको मिलकर तय करना चाहिये। हम देश का प्रतिनिधित्व करते है चाहे सत्ता पक्ष में हो या विपक्ष में हो लाखों बच्चों के भविष्य का सवाल है, हम संवाद करके इसका हल निकाले, लेकिन भाजपा का प्रशिक्षिण यही है कि जो विरोध करे उसके साथ दुश्मन जैसा व्यवहार करो और कुचल दो, यह उनकी रणनीति रही है। लोकसभा में सत्ता पक्ष धराशायी हुआ और राहुल गांधी द्वारा जो हमला किया गया तो एनडीए की सरकार बैकफुट में आ गई।
भाजपा का रास्ता झूठ, षड्यंत्र का है। यह रास्ता न कभी हिन्दू, न ही भारतीय समाज का रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दू समाज केवल नरेन्द्र मोदी नही है, हिन्दू समाज केवल भारतीय जनता पार्टी नहीं है, हिन्दू समाज केवल आरएसएस नहीं है, हिंन्दू समाज बहुत बड़ा है और बहुत व्यापक है और हम सब हिन्दू है। भारतीय सभ्यता और सनातन संस्कृति का यही संदेश है जो राहुल गांधी ने कहा ”डरो मत, डराओ मत“।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पहली बार संसद में भाजपा की सरकार बैकफुट पर आई। हिंदू समाज का प्रतिनिधित्व भाजपा नहीं करती है। भाजपा का रास्ता षड्यंत्र, हिंसा, नफरत का रास्ता है. यह रास्ता देश की जनता का हो ही नहीं सकता है। भाजपा राहुल गांधी के बयान को गलत ढंग से पेश कर रही है।