Bangladesh Interim Govt: नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबदुद्दीन ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव ने मंगलवार को रात एक बयान में यह जानकारी दी।
बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच मंगलवार की रात अंतरिम सरकार के प्रमुख की नियुक्ति की गई। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाया गया है। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने यूनुस की नियुक्ति का एलान किया।
प्रेस सचिव ने एक बयान में बताया कि राष्ट्रपति और भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के समन्वयकों के बीच हुई बैठक के दौरान अंतरिम सरकार की नियुक्ति का फैसला लिया गया। बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद थे।
प्रेस सचिव ने कहा कि अंतरिम सरकार के अन्य सदस्यों को विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ परामर्श के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। यूनुस फिलहाल देश से बाहर हैं।
उन्होंने शेख हसीना के शासन से हटने का स्वागत करते हुए इसे देश की ‘दूसरी आजादी’ करार दिया। यूनुस को 2006 में ग्रामीण बैंक के जरिए गरीबी-विरोधी अभियान के लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिला था।
सरकारी नौकरियों में कुछ खास लोगों के एक वर्ग के लिए आरक्षण प्रणाली के खिलाफ जुलाई के मध्य से छात्रों के विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। जिसके बाद इन प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया। जिसमें कई लोगों की जान चली गई। ताजा आंकड़ों के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़कर 440 तक हो चुकी है।
वहीं, अवामी लीग की नेता शेख हसीना ने सोमवार को पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर चली गईं। जिसके बाद देश में अंतरिम सरकार का गठन किया गया।
ढाका में हिंदू समुदाय के दो नेताओं ने बताया कि हिंदुओं के कई मंदिरों, घरों और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। महिलाओं पर हमला किया गया। हसीना के देश से भागने के बाद हुई हिंसा में अवामी लीग पार्टी से जुड़े दो हिंदू नेताओं की मौत हुई।
मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने नई दिल्ली में कहा कि बांग्लादेश का एक सैन्य विमान हसीना को लेकर सोमवार को दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस पर उतरा।
उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों तक उनके भारत से बाहर जाने की संभावना नहीं है। उन्होंने बताया कि उन्हें कड़ी सुरक्षा के भी एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि सेना और पुलिस के जवान सड़कों पर गश्त कर रहे हैं। ढाका में स्थिति मंगलवार को काफी हद तक शांत थी। बसें और अन्य सार्वजनिक परिवहन वाले वाहन सड़कों पर थे और व्यापारियों ने दुकानों को खोला। सरकारी वाहन दफ्तरों की ओर जा रहे थे। बैटरी से चलने वाले कई रिक्शा सड़कों पर चलते दिखाई दिए।