Ayodhya Ram Mandir: रामलला को दान में अब तक 55 अरब रुपये मिले हैं। 2021 में चले निधि समर्पण अभियान में भक्तों ने 3500 करोड़ की धनराशि अर्पित की थी। पिछले तीन वर्षों में विभिन्न माध्यमों से दो हजार करोड़ का दान मिल चुका है।
राम मंदिर निर्माण के लिए रोजाना लाखों का दान भक्त अर्पित कर रहे हैं। रामलला के भव्य मंदिर के लिए भूमि पूजन पांच अगस्त 2020 को हुआ था। तब से अब तक रामलला के भक्त 55 अरब रुपये से अधिक की निधि समर्पित चुके हैं।
2021 में चलाए गए निधि समर्पण अभियान में ट्रस्ट को 3500 करोड़ का दान प्राप्त हुआ था। इसके बाद पिछले तीन वर्षों में दो हजार करोड़ रुपये का दान प्राप्त हो चुका है। यही नहीं रामलला को मिलने वाले दान में विदेशों का भी योगदान बढ़ रहा है।
राम मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण के लिए 2021 में मकर संक्रांति से रविदास जयंती तक 42 दिनों का निधि समर्पण अभियान चलाया था। इसके लिए ट्रस्ट ने 10, 100 व एक हजार की रसीद छपवाई थी। इस अभियान में देश के हर वर्ग के लोगों ने ऐच्छिक निधि समर्पण किया था।
देश के सभी राज्यों में यह अभियान चलाया गया था। इस अभियान में कुल 3500 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई थी। इस राशि को एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा व पंजाब नेशनल बैंक में जमा किया गया है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद दान में तेजी आई है। हर माह एक करोड़ से अधिक का दान प्राप्त हो रहा है।
रामलला के दान काउंटर से सहित दर्शन मार्ग पर कुल छह दान काउंटर बनाए गए हैं। श्रद्धालु नकदी, ऑनलाइन, चेक, आरटीजीएस व अन्य माध्यमों से दान अर्पित कर रहे हैं। बताया कि करीब 50 हजार की नगदी रोज अर्पित की जा रही है। इसके अलावा सोना, चांदी का भी दान भक्त बड़ी मात्रा में अर्पित करते हैं।
रामलला को अब विदेशी भक्त भी दान अर्पित कर रहे हैं। विदेशी दान में तेजी आ गई है। अक्तूबर 2023 में राममंदिर ट्रस्ट को विदेशी चंदा लेने का अधिकार प्राप्त हुआ। इसके बाद से विदेशी दान में भी तेजी आ गई है।
पिछले दस माह में करीब 11 करोड़ का विदेशी दान ट्रस्ट को प्राप्त हो चुका है। नेपाल व अमेरिका से सर्वाधिक भक्त दान भेज रहे हैं। विदेशी दान लेने के लिए राममंदिर ट्रस्ट ने नई दिल्ली में स्टेट बैंक में खाता खोल रखा है।