Avaidh Khanan: रायपुर – रेत घाटों में अवैध खनन का मुद्दा विधानसभा में उठने के बाद अभी जिले के सभी रेत घाटों से रेत की सप्लाई बंद कर दी गई है। जिले के इक्का–दुक्का रेत घाटों को छोड़कर किसी के पास भी पर्यावरण क्लीयरेंस नहीं है। इस वजह से जहां रेत डंप है, वहां से रेत की सप्लाई हो रही है।
दूसरी तरफ खनिज विभाग के अफसरो ने ओवरलोडिंग के नाम पर गाड़ियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। छत्तीसगढ़ हाईवा परिवहन संघ ने इस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया है। उनका कहना है इसी तरह परेशान किया जाता रहा तो वह 2000 से ज्यादा गाड़ियों की चाबी मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री को सौंप देंगे।
खनिज विभाग की कार्यवाही से नाराज हाईवा वाले अभी रेत की सप्लाई नहीं कर रहे हैं। सप्लायरों के पास अभी पुराना स्टॉक है, लेकिन ये ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा। इसका असर सीधे निर्माण कार्यों पर होगा। परिवहन संघ के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने बताया कि जांच के दौरान ड्राइवर का मोबाइल छीनकर उनसे बदतमीजी की जा रही है। इसे रोकना चाहिए।
रेत घाटों का निजी टेंडर करने के बजाय इसका संचालन पहले की तरह राज्य सरकार को ही करना चाहिए। एनजीटी के नियमों के अनुसार ही सुबह 6 से शाम 6:00 बजे तक रेत की सप्लाई की अनुमति दी जाए। इससे रेत की कीमतों में भी नियंत्रण होगा। लोगों को भी आसानी से सस्ती रेत उपलब्ध होगी।