Arvind Kejriwal: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल की रोटियाँ तोड़ रहे दिल्ली के CM Arvind Kejriwal का दिन-ब-दिन शुगर लेवल डाउन हो रहा है। केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था।
दिल्ली के CM Arvind Kejriwal को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। एक अप्रैल को राउज एवेन्यू कोर्ट में केजरीवाल को पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले 12 दिनों से गिरफ्तार हैं। अरविंद केजरीवाल की हेल्थ रिपोर्ट को देखें तो उनकी सेहत का ग्राफ दिनों-दिन गिरता जा रहा है।
अरविंद केजरीवाल डायबिटीज मरीज हैं, कोर्ट ने तिहाड़ जेल के सुपरिटेंडेंट को हिदायत दी है कि केजरीवाल की डायबिटीज मैनेज रखें। उनकी ब्लड शुगर समय-समय पर मॉनिटर करें। शुगर का स्तर कम होते ही उन्हें ग्लूकोज,टॉफी और खाने के लिए केला दें।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वजन 4.5 किलोग्राम कम हो गया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक तिहाड़ जेल में डॉक्टरों ने अरविंद केजरीवाल के अचानक से वजन कम होने पर चिंता जाहिर की है।
अरविंद केजरीवाल डायबिटीज मरीज हैं, कोर्ट ने तिहाड़ जेल के सुपरिटेंडेंट को हिदायत दी है कि केजरीवाल की डायबिटीज मैनेज रखें। उनकी ब्लड शुगर समय-समय पर मॉनिटर करें। शुगर का स्तर कम होते ही उन्हें ग्लूकोज,टॉफी और खाने के लिए केला दें।
डायबिटीज के एक्सपर्ट डॉ. पारस अग्रवाल बताते हैं कि अरविंद केजरीवाल की दवाइयां ठीक चल रही होंगी। एक्सपर्ट के मुताबिक केजरीवाल का वजन कम होने के लिए डायबिटीज तो जिम्मेदार है ही, इसके अलावा तनाव भी जिम्मेदार हो सकता है। इतनी बड़ी इंक्वॉयरी में तनाव होना और ब्लड शुगर का हाई होना लाज़िमी है।
ब्लड शुगर का हाई स्तर ही वजन के कम होने का कारण बन सकता है। तनाव के कारण मरीज कम खाता है उसकी वजह से भी वजन कम होता है।
अगर डायबिटीज मरीज का ब्लड शुगर बहुत अधिक ज्यादा होता है तो उसे पेशाब ज्यादा आता है जिसकी वजह से बॉडी में डिहाइड्रेशन बढ़ने लगता है। ब्लड शुगर हाई होने से बॉडी में पानी की कमी होने लगती, मांसपेशियां कमजोर होने लगती है और तेजी से वजन घटने लगता है।
डायबिटीज मरीज की ब्लड शुगर का स्तर हाई होने से बॉडी शुगर का उपयोग एनर्जी के रूप में नहीं कर पाती है और एनर्जी के लिए बॉडी फैट और मांसपेशियों को बर्न करना शुरू कर देती है जिससे डायबिटीज मरीजों का वजन कम हो जाता है और वो पतले होने लगते हैं।