Arun Sao Target Baghel: छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा है कि नेहरू के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला है। लोकसभा की यह जीत पीएम मोदी के नेतृत्व में ऐतिहासिक जीत है।
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा है कि सन् 1962 के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला है। यह लोकसभा की जीत पीएम मोदी के नेतृत्व में ऐतिहासिक जीत है। बहुत बड़ी जीत है।
साव ने कहा कि 10 साल सरकार में रहने के बाद तीसरी बार बहुमत के साथ सरकार में आना भाजपा व राजग की बहुत बड़ी उपलब्धि है।
डिप्टी सीएम साव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों से स्पष्ट है कि एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी के सशक्त नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के लिए जनादेश मिला है। यह जनादेश देश की जनता के मोदी पर अटूट भरोसे की मुखर अभिव्यक्ति है और मोदी को जनता-जनार्दन का आशीर्वाद है, जिन्होंने 10 वर्षों में देश की दशा और दिशा में सकारात्मक बदलाव लाया है।
आम लोगों के सपनों को साकार किया है, ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा को धरातल पर साकार किया है, देश को आंतरिक और बाह्य के रूप से सुरक्षित किया है, दुनिया में भारत का मान-सम्मान और गौरव बढ़ाया है, देश को भ्रष्टाचारमुक्त सुशासन दिया है।
साव ने कहा कि इन सबके कारण भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की यह जीत हुई है। भाजपानीत राजग की केंद्र में सत्ता सम्हालने जा रही नई सरकार अपने संकल्पों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और सेवा-सुशासन-गरीब कल्याण के कार्य को और आगे बढ़ाएगी।
उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की शानदार और ऐतिहासिक जीत हुई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के तमाम फरेब, दुष्प्रचार और झूठ के बावजूद 11 में से 10 सीटें भाजपा ने जीती है। इससे यह साफ है कि प्रदेश की जनता को कांग्रेस पर अब कतई भरोसा नहीं रह गया है।
कांग्रेस ने प्रदेश के अपने सारे बड़े नेताओं को चुनाव के मैदान में उतारा था और वह सभी-के-सभी चुनाव हारे। साव ने निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कांग्रेस के सभी दिग्गजों की शर्मनाक हार हुई है। अपने गृह लोकसभा क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री के रहते 4.38 लाख वोटों से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है, राजनांदगाँव में वह खुद हार गए हैं। उनके सभी नजदीकी मंत्री, जिन्हें बघेल ने टिकट दिलाई थी, वह सब भी हार गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि आखिर इस शर्मनाक हार की जिम्मेदारी किसकी है? छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को प्रदेश की जनता ने सिरे से नकारा है।