दिल्ली. संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जो बयान दिया है. उस पर हंगामा हो गया है. कांग्रेस ने उनसे माफी मांगने की मांग कर दी है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि अमित शाह ने बहुत ही घृणित बात कही है. इससे पता चलता है कि बीजेपी और आसएसएस के नेताओं में बाबा साहब आंबेडकर को लेकर बहुत नफरत है. राजद की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री से माफी की मांग की गई है.
वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि जो लोग मनुस्मृति में विश्वास रखते हैं. वे निश्चित रूप से आंबेडकर से असहमत होंगे. दरअसल, राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि आंबेडकर, आंबेडकर करना फैशन बन गया है. इतना अगर भगवान का नाम लेते तो सातों जन्म तक स्वर्ग मिल जाता.
इसी के बाद कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा. अमित शाह को अपनी टिप्पणी के लिए देश से मांफी मांगनी चाहिये. कांग्रेस नेता केसी वेणु गोपाल ने भी केंद्रीय गृह मंत्री पर निशाना साधा और कहा कि अगर आप नहीं जानते तो आपको बता दूं. बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर भगवान के समान हैं. उनके द्वारा तैयार किया गया संविधान करोड़ों लोगों के लिए पवित्र पुस्तक है. आंबेडकर की इतनी उपेक्षा की आपकी हिम्मत कैसे हुई ? आपके बयान से साबित होता है कि आप बाबा साहब से कितनी नफरत करते हैं.
इधर, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी केंद्रीय गृह मंत्री पर बयान को लेकर निशाना साधा. उन्होंने अपने बयान में कहा कि आंबेडकर को चाहनेवालों को स्वर्ग नहीं स्वर अवश्य चाहिये. संविधान के शिल्पकार के प्रति ऐसी घृणित सोच बीजेपी और आरएसएस की पाठशाला से ही पनपती है. हम केंद्रीय गृह मंत्री की संकीर्ण सोच की निंदा करते हैं और माफी की मांग करते हैं.