बस्तर. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर प्रवास के दौरान हथियार डालनेवाले नक्सलियों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज हमें सबसे अच्छा लग रहा है, क्योंकि हम आपके सामने हैं. 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी ने मुझे गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी दी थी. तब से अब तक काफी काम हुआ है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जब मैंने गृह मंत्रालय की कमान संभाली थी, तब कश्मीर, नार्थ ईस्ट और नक्सलवादी क्षेत्र ऐसे थे, जहां हमारे युवा हथियार लेकर अपने इलाकों में अशांति फैलाए हुए थे और अपने क्षेत्र को विकास से दूर रखे हुए थे. उस समय मैंने तय किया था, जो हथियार छोड़ना चाहता है. उसको हथियार छोड़ने का मौका दिया जाएगा. 2019 से अब तक सिर्फ नार्थ ईस्ट में नौ हजार लोग हथियार छोड़ कर समाज की मुख्य धारा में शामिल हुए हैं.
हथियार छोड़नेवाले आज अलग-अलग काम कर रहे हैं. इसी तरह से नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तमाम युवाओं ने सरेंडर किया है. अब भारत सरकार सरेंडर युवाओं के कल्याण के लिए समग्रता से योजना बना रही है. 15 हजार मकान भारत सरकार अपने खर्चे से नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्र में बना रही है. हमारे पास सहकारिता मंत्रालय है, जिसे मैंने नक्सल प्रभावित इलाके से हर परिवार को एक गाय या भैंस देने का निर्देश दिया है. इससे डेयरी कोआपरेटिव बनाया जाएगा.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने पर हमने नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प लिया था. इस दौरान मुठभेड़ में तमाम नक्सली मारे गए, लेकिन मारना रास्ता नहीं है. हथियार पकड़े युवा समाज की मुख्यधारा में शामिल हों ये हमारी सरकार का लक्ष्य है. इसीलिए हमने छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि जहां-जहां सरेंडर हुआ है. उन राज्यों में जाएं. सरेंडर पॉलिसी का अध्ययन करके नई पॉलिसी बनाएं. अब कुछ ही दिनों में हम एक अच्छी सरेंडर पॉलिसी हर राज्य में भेजेंगे.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि किसी नक्सली ने भले ही दस साल पहले सरेंडर किया हो, लेकिन उसके जीवन को संवारने के लिए हम काम करेंगे. मेरी आप सभी से अपील है. अभी जो लोग नक्सलियों का साथ दे रहे हैं. उन्हें मेन स्ट्रीम में लाने का संदेश आप दीजिए. आज हमने बस्तर ओलंपिक में शिकरत की. हम 35 हजार से ज्यादा खिलाड़ियों को इससे जोड़ रहे हैं. हम बड़ा इंफ्रास्ट्रर तैयार कर रहे हैं.
पूरे नक्सल अभियान को मजबूत जवाब होगा, जब 2036 के ओलंपिक में बस्तर की बच्ची मेडल जीत कर एक संदेश दे. हमने आज नक्सलवाद के रास्ते पर चलनेवालों से हाथ जोड़ कर अपील की है. जिनके हाथ में हथियार है, वो भी हमारे हैं. वो समाज की मुख्यधारा में आएं. हमने बोडोलैंड से समझौते के लिए बड़ा प्रयास किया था. आज वहां पूरी तरह से शांति है.
हम स्कूल, दवाखाने और सड़कें बनाना चाहते हैं. हम पांच लाख तक के इलाज की व्यवस्था देना चाहते हैं. ये सब योजनाएं पहुंचाने का काम छत्तीसगढ़ सरकार की है. भारत सरकार की जितनी योजनाएं हैं, उन्हें बस्तर में पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं. आपने जो रास्ता चुना है. उसका भरोसा टूटेगा नहीं. आपको बेहतर तरीके से पुनर्वास करना चाहता हूं. मुझे आपसे बात करने का मौका छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ने दिया. इसके लिए उनका आभार व्यक्त करता हूं. आपको कोई तकलीफ हो, तो हमें गृह मंत्रालय को लिखिएगा, उसका समाधान होगा. नक्सल मुक्त बस्तर होने के साथ ही पर्यटन की व्यवस्थाओं को ठीक करेंगे.
चित्रकोट का जल प्रपात इतना सुंदर है. पूरी दुनिया से यात्री यहां आएंगे. कश्मीर में दो करोड़ पर्यटक हर साल आते हैं. यहां दो करोड़ से ज्यादा पर्यटक आएंगे, यहां जिस तरह का प्राकृतिक सौंदर्य है. उसे देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे.