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1989 के बाद बिहार- झारखंड इलाके से कोई लगातार दूसरी बार महामंत्री बना
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झारखंड के गढ़वा के रहनेवाले याज्ञवल्क्य ने संघर्ष पाया मुकाम
पटना. बिहार झारखंड प्रांत से याज्ञवल्क्य शुक्ला ABVP के राष्ट्रीय महामंत्री बने हैं. ये लगातार दूसरी बार है, जब उनको ये जिम्मेदारी दी गयी है, इसको लेकर बिहार झारखंड के संगठन में खुशी का माहौल है. कहा जा रहा है कि 1989 के बाद पहला मौका है, जब बिहार झारखंड प्राप्त से कोई लगातार दूसरी बार ABVP का महामंत्री बना है.
झारखंड के गढ़वा जिले के रहनेवाले याज्ञवल्क्य ने एमए, बीएड और पीएचडी कर रखी है. भूगोल के गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं. 2003 से ABVP से जुड़े हैं और विभिन्न पदों पर रहे हैं. 2007 में पहली एसएसजेएसएन महाविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष बने. इसके बाद रांची यूनिवर्सिटी के छात्र संघ उपाध्यक्ष बने. रांची में ABVP के संगठन महामंत्री रहे. गुमला के जिला संगठन मंत्री के रूप में काम किया.
रांची और कोल्हान यूनिवर्सिटी के ABVP के संगठन मंत्री रहे. ABVP के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य रहे हैं. केंद्रीय परिषद के सदस्य के रूप में काम किया. इसके बाद झारखंड में ABVP के प्रांत संगठन मंत्री और बिहार के क्षेत्रीय सह संगठन के रूप काम कर चुके हैं. 2018 में श्रीलंका की यात्रा की, इस दौरान यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम का हिस्सा रहे. जुटान के जरिये झारखंड के युवाओं को प्रेरित करने की दिशा में काम किया, ताकि वो सही दिशा में आगे बढ़ सकें.
इसी साल हैदराबाद में आयोजित आसियान यूथ सम्मिट का प्रतिनिधित्व किया है. राजस्थान में सरकार की ओर से पुलवामा हमले में शहीद सैनिकों के परिवार पर अत्याचार के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई. जयपुर में आंदोलन किया, जिसमें जेल जाना पड़ा. साथ ही राजस्थान में महिला अपराध, पेपर लीक और भ्रष्टाचार के खिलाफ न्याय यात्रा निकाली, जिसका नेतृत्व किया.
तेलंगना में पेपर लीक स्कैम को लेकर भी आंदोलन का नेतृत्व किया. पश्चिम बंगाल के जाधवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र स्वप्न दीप की हत्यारों को फांसी दिलाने के लिए जोरदार आवाज उठायी, जिसमें गिरफ्तार किया गया और जेल जाना पड़ा. याज्ञवल्क्य शुक्ल को संगठन में अब नयी और बड़ी जिम्मेदारी मिली है, वो पटना को केंद्र में रखते हुए संगठन का काम करेंगे. याज्ञवल्क्य शुक्ला 7 से 10 दिसंबर तक दिल्ली में होनेवाले 69 राष्ट्रीय अधिवेशन में अपना पदभार ग्रहण करेंगे.