नर्मदा न्यूज़ छत्तीसगढ़ डेस्क। राजधानी में ‘नो योर आर्मी’ कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है। शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कार्यक्रम की तिथि को 6 अक्टूबर से बढ़ाकर 7 अक्टूबर तक करने की घोषणा की। गर्मी को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम के समय में भी बदलाव किया गया है। अब यह आयोजन सुबह 8 से 10 बजे और शाम 6 से 10 बजे तक होगा। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन और सेना की टीम को सफल आयोजन के लिए बधाई दी और इस प्रकार के सैन्य समारोह का प्रति वर्ष आयोजन करने का अनुरोध किया।
बस्तर के युवाओं को सेना से जुड़ने का आह्वान
मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में सेना के इस कार्यक्रम की सराहना की और युवाओं को अग्निवीर बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बस्तर में हो रहे बदलावों का उल्लेख करते हुए कहा कि अबूझमाड़ क्षेत्र में हाल ही में 32 नक्सलियों को ढेर करने पर वे जवानों को बधाई देते हैं। साथ ही, उन्होंने बस्तर में भी इसी तरह के कार्यक्रम के आयोजन का प्रस्ताव रखा।
समारोह में करंट लगने की घटना, घोड़ा सुरक्षित
कार्यक्रम के दौरान एक अनहोनी होते-होते बची जब लोहे की बैरिकेडिंग में करंट फैलने से एक घोड़े को करंट का झटका लगा। हालांकि, घुड़सवारों ने तुरंत बिजली कर्मचारियों को बुलाकर स्थिति को नियंत्रित किया और घोड़ा सुरक्षित बताया जा रहा है।
500 जवान दिखा रहे रणनीतिक कौशल
इस आयोजन में 500 से अधिक जवान विभिन्न सैन्य कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। भीष्म टैंक, 950 गोलियां दागने वाली राइफल सहित 50 से ज्यादा हथियारों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। भारतीय सेना खुखरी डांस का प्रदर्शन कर रही है, जबकि छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हो रहा है। दंतेवाड़ा के बच्चे सेना के साथ घुड़सवारी में हिस्सा ले रहे हैं, और बड़ी संख्या में दर्शक इस रोमांचक प्रदर्शन को देखने साइंस कॉलेज मैदान पहुंचे हैं।