Pappu Yadav Misbehaved: बिहार के पूर्णिया से सांसद अब जेई पर बेहूदे शब्दों का इस्तेमाल किया है। पप्पू की ये अभद्र भाषा का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करते दिख रहे हैं।
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव किसी न किसी बात को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। कभी गरीबों के बीच पैसा बांटते हुए तो कभी अधिकारियों को धमकाते हुए।
गुरुवार को सोशल मीडिया पर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह बिजली विभाग के एक जेई के साथ मोबाइल पर अभद्र भाषा का प्रयोग करते दिख रहे हैं।
वायरल वीडियो में सांसद पप्पू यादव ने जई को फोन करते हुए कहा कि आप फोन क्यों नहीं उठाते हो?, चार दिन से बिजली (लाइन) क्यों नहीं है? आपको अभी कॉल किये तो आपने बिजली चालू किया है। लाइन अभी चालू हुआ है, चार दिन से ……… हुए थे। इस बाद पप्पू ने अभद्र भाषा की बौछार कर दी।
सांसद पप्पू यादव ने अपने संसदीय क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए लोगों से हालात का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने कटिहार जिले के कुर्सेला प्रखंड में बाघमारा महेशपुर, कुर्सेला बस्ती, बलथि महेशपुर जैसे कई गांवों में नाव से जाकर लोगों से मुलाकात की और उनका हाल जाना।
इस संबंध में सांसद पप्पू यादव ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की हालत बहुत खराब है। लोगों को खाना नहीं मिल रहा है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति मवेशियों की है जिन्हें चारा नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य सेवाएं भी ठीक से नहीं मिल पा रही हैं।
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें कटिहार आने से पहले मुंगेर, लखीसराय, भागलपुर, कटिहार के मनिहारी, बरारी, कुर्सेला और पूर्णिया के बायसी जैसे बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करना चाहिए था।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र घोषित किया जाए और तुरंत कम्युनिटी किचन शुरू किए जाएं ताकि लोगों को खाना मिल सके।
पप्पू यादव ने कहा कि लोगों को राहत देने की जरूरत है। इन इलाकों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र घोषित कर कम्युनिटी किचन, स्वास्थ्य सुविधा, मवेशी के लिए चारा उपलब्ध कराना चाहिए जो कही भी नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए भेजी जाने वाली सहायता राशि अधिकारी और नेता ही हड़प लेते हैं। इन पैसों पर पहला हक इन बाढ़ पीड़ितों का है लेकिन यहां अधिकारी, मंत्री और संत्री पीड़ित का पैसा खा लेते है।