Mahayuti NCP Survey: एनसीपी ने महाराष्ट्र चुनाव से पहले महायुति गठबंधन की उम्मीदों पर एक सर्वे रिपोर्ट रिपोर्ट जारी की। इसमें गठबंधन की स्थिति में सुधार पाया गया है।
आगामी महाराष्ट्र विधानसभा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। इस बीच अजित पवार गुट वाली NCP के एक सर्वे के नतीजे सामने आए हैं जिसमें सत्तारूढ़ महायुति को लेकर सकारात्मक आंकड़े मिले हैं।
महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने को हैं। इस बीच अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) द्वारा किए गए एक ताजा सर्वेक्षण के नतीजे सामने आए हैं।
इसके मुताबिक पार्टी और उनके सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति की स्थिति में सुधार हो रहा है। सर्वे के मुताबिक वे फिलहाल 23 सीटें जीतने के लिए आश्वस्त हैं।
वहीं ऐसी 16 सीटें हैं जहां पार्टी को जीत दर्ज करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। इसके इतर बाकी 31 सीटों पर परिस्थितियां उनके खिलाफ हैं।
इन 31 सीटों पर वे 21 सीटें तभी जीत सकते हैं जब शिवसेना और बीजेपी के वोट एनसीपी उम्मीदवारों को मिल जाएं। दूसरे दस सीटों की बात करें तो NCP इन सीटों पर दूसरों की तुलना में बहुत पीछे हैं।
गौरतलब है कि ये नतीजे 70 सीटों के लिए हैं जिन पर पार्टी गठबंधन सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ना चाहती है। NCP के आंतरिक सर्वेक्षण से यह भी पता चलता है कि राज्य में महायुति की स्थिति भी बेहतर हो रही हैं।
सितंबर में किए गए ताजा सर्वे में करीब 39.3% लोगों ने महायुति को वोट देना पसंद किया। अगस्त में केवल 37.01% लोगों ने महायुति को चुना था जबकि 42.43% लोगों ने एमवीए को पसंद किया था।
जुलाई में महायुति के लिए यह आंकड़ा और भी नकारात्मक रहा जब 34.68% लोगों ने उन्हें पसंद किया और एमवीए को 43.2% लोगों का समर्थन मिला।
एनसीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “सर्वेक्षण के आंकड़े हमारे लिए अच्छे संकेत हैं। लोकसभा चुनाव में केवल छह विधानसभा सीटों से 23 सीटें आराम से जीतना एक बहुत बड़ा सुधार है। ऐसी 16 सीटें हैं जिन पर पार्टी को फेरबदल करने के बाद जीत की उम्मीद है। हम अपने सहयोगी दलों शिवसेना और बीजेपी की मदद से अन्य सीटें भी जीत सकते हैं।
हाल ही में संपन्न चुनावों में पार्टी पांच में से केवल एक सीट ही जीत सकी थी। वह बारामती लोकसभा सीट से भी हार गई जिसे पिछले कई दशकों से पवार परिवार का गढ़ माना जाता रहा है।
सर्वे में यह भी सामने आया है कि उपमुख्यमंत्री के रूप में अजित पवार के प्रदर्शन में काफी सुधार हुआ है। आंकड़े बताते हैं कि 48.38% लोग पवार के प्रदर्शन से बहुत संतुष्ट हैं और 10.07% लोग संतुष्ट श्रेणी में हैं। जून में बहुत संतुष्ट और संतुष्ट की श्रेणी में आने वालों का आंकड़ा केवल 29.74% और 16.29% था।
एनसीपी का नेतृत्व बेहतर आंकड़ों से खुश है क्योंकि यह लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को देखते हुए उनके लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है। सर्वे में यह भी संकेत मिला कि पार्टी पश्चिमी महाराष्ट्र और उत्तरी महाराष्ट्र जैसे क्षेत्रों में मजबूत हो रही है जबकि मराठवाड़ा में बीजेपी के कारण उसे झटका लग रहा है।
पार्टी के अंदरूनी सूत्र ने कहा, “मराठा समुदाय में बीजेपी के खिलाफ गुस्सा अभी भी कायम है और गठबंधन सहयोगी के तौर पर यह हमें प्रभावित कर रहा है।
प्रवक्ता और एनसीपी युवा विंग के अध्यक्ष सूरज चव्हाण ने कहा कि उनका लक्ष्य 60 से अधिक सीटें जीतना है। उन्होंने कहा,”लोकसभा में एनसीपी का प्रदर्शन कभी भी अच्छा नहीं रहा है, लेकिन विधानसभा चुनावों में हमने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है।
इस बार हम सकारात्मक अभियान चला रहे हैं और ‘जन सम्मान यात्रा’ के जरिए लोगों को सरकार द्वारा किए गए कार्यों से अवगत करा रहे हैं। चव्हाण ने जोर देकर कहा, ‘‘हमें चुनाव में 60 से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद है।’