India Forex Reserves: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 690 बिलियन डॉलर के ऑलटाइम हाई पर पहुँच गया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने सितंबर में घरेलू इक्विटी में 33,300 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिसके चलते विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा देखने को मिला है.
Foreign Exchange Reserves: गोल्ड रिजर्व (Gold Reserve) के वैल्यू में उछाल के चलते भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) एक बार फिर नए ऐतिहासासिक हाई पर जा पहुंचा है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने डेटा जारी करते हुए बताया कि 13 सितंबर 2024 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 223 मिलियन डॉलर के उछाल के साथ 689.48 बिलियन डॉलर पर जा पहुंचा है, जो पिछले हफ्ते 689.23 बिलियन डॉलर रहा था.
बैंकिंग सेक्टर के रेगुलेटर भारतीय रिजर्व बैंक ने 20 सितंबर 2024 को विदेशी मुद्रा भंडार का डेटा जारी किया है. इस डेटा के मुताबिक फॉरेन करेंसी रिजर्व 223 मिलियन डॉलर बढ़कर 689.45 बिलियन डॉलर पर आ गया है. हालांकि इस अवधि में विदेशी करेंसी एसेट्स में गिरावट आई है.
विदेशी करेंसी एसेट्स 515 मिलियन डॉलर की गिरावट के साथ 603.62 बिलियन डॉलर रहा है. आरबीआई के गोल्ड रिजर्व में जोरदार उछाल देखने को मिला है और ये 899 मिलियन डॉलर के उछाल के साथ 62.88 बिलियन डॉलर पर आ गया है.
इस अवधि में एसडीआर में 53 मिलियन डॉलर घटकर 18.41 बिलियन डॉलर रहा है. जबकि इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड में जमा रिजर्व 108 मिलियन डॉलर घटकर 4.52 बिलियन डॉलर रहा है.
करेंसी मार्केट में एक डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे की मजबूती के साथ 83.56 रुपये के लेवल पर क्लोज हुआ है जो पिछले सेशन में 83.69 रहा था. ये अनुमान जताया जा रहा है कि डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी को थामने के लिए आरबीआई ने दखल दिया है इसी के चलते रुपया मजबूत हुआ है.
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने सितंबर महीने में घरेलू इक्विटी मार्केट में 33,300 करोड़ रुपये का निवेश किया है जो मार्च 2024 में 35,100 करोड़ रुपये के निवेश के बाद दूसरा सबसे ज्यादा है.
यही वजह है कि भारतीय शेयर बाजार ऑलटाइम हाई पर शुक्रवार 20 सितंबर 2024 के कारोबार सत्र में क्लोज हुआ है तो इसी के चलते विदेशी मुद्रा भंडार ऑलटाइम हाई के लेवल पर जा पहुंचा है. साल 2024 में भारत के विदेशी मुद्रा भँडार में 66 बिलियन डॉलर से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है.