Shivanand Tiwari: पीएम मोदी पर तंज़ कसते हुए राजद नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य शिवानंद तिवारी ने कहाकि चकाचौंध पैदा करने वाली देश की असली तस्वीर नहीं है। असली तस्वीर तो अयोध्या में दीयों के बुझने के बाद दिखाई दी, जब औरतें और बच्चे बुझे हुए दीयों का बचा हुआ तेल बटोरते नज़र आए।
Shivanand: प्रधानमंत्री जी, बाईस लाख दीयों की झिलमिलाती, चकाचौंध पैदा करने वाली तस्वीर देश की असली तस्वीर नहीं है। असली तस्वीर तो दीयों के बुझने के बाद दिखाई दी, जब औरतें और बच्चे बुझे हुए दीयों का बचा हुआ तेल बटोरते नज़र आये.
पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि ऐसा क्यों कर रहे हैं ! इस तेल का क्या करेंगे! उनका जवाब था कि इसको खायेंगे. लगायेंगे. प्रधानमंत्री जी ने उनकी बात नहीं सुनी होगी. या सुनकर भी नहीं सुनी होगी. उस महिला का, जिससे सवाल पूछा गया, बहुत कातर जवाब था. हम कहाँ से रोज तेल ख़रीदेंगे! काम धंधा है नहीं. महीना में दस-पाँच दिन काम मिल गया. उससे किसी तरह पेट भरने का इंतज़ाम करें कि इतना महंगा तेल खरीदें !
प्रधानमंत्री जी, देश की असली तस्वीर यही है. आपका मुफ़्त राशन भी सब ग़रीबों तक नहीं पहुंच रहा है. आप तेरह वर्ष पहले की गिनती के आधार पर मुफतिया राशन बांट रहे हैं. क्योंकि 2011 के बाद तो देश में जनगणना हुई नहीं. अनुमान है कि इस बीच कम से कम दस करोड़ ऐसे लोगों की आबादी बढ़ गई होगी जिनको मुफ़्त राशन मिलना चाहिए था, लेकिन नहीं मिल रहा है.
इसका नतीजा है कि देश में आत्महत्या करने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है. यह बात हवाई नहीं है. गृह मंत्रालय का रिकॉर्ड मंगवा कर देख लीजिए. साल दर साल आत्महत्या करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब तो परिवार के साथ आत्महत्या की खबर पढ़ने को मिल जा रही है. इन ख़बरों को देश नहीं जान पाये. इसलिए तो लाखों दिये जलाये जा रहे हैं. कभी शहीदों के आंगन की मिट्टी जुटाओ यात्रा तो कभी अयोध्या से देश भर में अक्षत पहुंचाओ यात्रा. सुना है कोई पोथी यात्रा भी निकालने की योजना तैयार है.
चकाचौंध पैदा कर या लोगों की धार्मिक भावनाओं का शोषण कर असलियत को आप कब तक छुपा सकते हैं ! लोग अब असलियत को समझने लगे हैं. आपकी रंग बिरंगी पगड़ियाँ और एक से बढ़कर एक पोशाक के झांसे में लोग अब नहीं आने वाले हैं. आगामी चुनाव इसको साबित कर देगा.