Meerut Building Hadasa: यूपी के मेरठ में तीन मंजिला मकान गिरने से 14 लोग मलबे में दब गए। इस हादसे में 6 लोगों ने दम तोड़ दिया। वहीं दर्जनों मवेशी भी इस हादसे के शिकार हो गए।
मेरठ में बारिश से तीन मंजिला भवन जमींदोज हो गया। इसमें एक ही परिवार के 14 लोग दब गए। देर रात तक 8 लोगों को निकाला जा चुका था, जिनमें से 6 की मौत हो गई। 6 लोग मलबे में दबे बताए जा रहे थे। मृतकों में पिता और उसके तीन बच्चे शामिल हैं।
कई दिनों से लगातार पड़ रही बारिश के दौरान शनिवार को लोहिया नगर क्षेत्र में बड़ा हादसा हो गया। लगभग 50 साल पुराना तीन मंजिला मकान भरभरा कर गिर गया। एक ही परिवार के 14 लोग और दर्जनों मवेशी मलबे के नीचे दब गए।
हादसे के बाद एडीजी से लेकर जिले के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। महिलाओं और बच्चों समेत आठ लोगों को रात तक निकाल लिया गया, जिनमें साजिद (40) और उसकी पुत्री सानिया व रीजा और पुत्र साकिब समेत छह लोगों की मौत हो गई। कई लोगों की हालत गंभीर है। देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी था।
जाकिर कॉलोनी गली नंबर सात में 90 साल की बुजुर्ग महिला नफो उर्फ नफीस का 300 गज में तीन मंजिला मकान है। बताया जाता है कि यह मकान लगभग 50 साल पुराना है। मकान के ग्राउंड फ्लोर पर नफो के बेटे डेयरी चलाते हैं। जबकि, ऊपर की दो मंजिलों पर नफो के बेटे साजिद पत्नी सायमा और नईम पत्नी अलीशा 5 वर्षीय बेटी रिमशा, नदीम पत्नी फरहाना, 2 वर्षीय बेटा हमजा, शाकिर पत्नी साहिबा समेत 15 रहते हैं।
क्षेत्रवासियों के मुताबिक शनिवार शाम करीब 4:30 बजे यह मकान अचानक भरभरा कर जमींदोज हो गया। तेज धमाके के साथ इलाके में हड़कंप मच गया। घटना के बाद मौके पर भीड़ लग गई और चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। जानकारी के बाद थाना पुलिस से लेकर एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर, आईजी नचिकेता झा, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, डीएम दीपक मीणा और एसएसपी विपिन ताडा सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची।
पुलिस ने क्षेत्रवासियों की मदद से मलबे को हटाने का काम शुरू किया। संकरी गलियों के चलते जेसीबी और एंबुलेंस भी मौके पर नहीं पहुंच सकी। लगभग पांच घंटे चली कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबी साजिद की पत्नी सायमा, महिला नफो उर्फ नफीस समेत सात लोगों को निकाला गया।
साजिद (40) और उसकी दो पुत्री सानिया व रीजा और पुत्र साकिब समेत छह लोगों की मौत हो गई। सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया। बताया गया कि मलबे में नफो का पूरा परिवार और डेयरी में पलने वाले लगभग 30 से अधिक मवेशी दब गए। एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी थी।
ये हैं मृतक
1. साजिद (40) पुत्र अलाउद्दीन
2. साकिब (20) पुत्र साजिद
3. सानिया (15) पुत्री साजिद
4. रीजा (7) पुत्री साजिद।
5. सिमरा (डेढ़ साल) पुत्री शहजाद
6. नफीसा (63) उर्फ नफ्फो पत्नी अलाउद्दीन
हादसे के बाद लगातार पड़ रही बारिश रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा बनी रही। एक तरफ जहां संकरी गलियों के कारण घटनास्थल पर रेस्क्यू के लिए जेसीबी सहित तमाम तरह के पर्याप्त संसाधन नहीं पहुंच सके। वहीं दूसरी तरफ तेज बारिश के दौरान मलबा हटाने में भी क्षेत्रवासियों और पुलिस को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इस दौरान कई महिलाएं मलबे में दबे परिवार की सलामती के लिए दुआएं करती भी नजर आईं। क्योंकि अभी स्पष्ट नहीं है कि मलबे के नीचे कितने लोग दबे हुए हैं? इसलिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी रेस्क्यू ऑपरेशन में बेहद सावधानी भी बरत रहे हैं।
सीएम योगी ने हादसे का संज्ञान लिया है और अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सीएम ने बचाव कार्यों में तेजी लाने को कहा है।