Rahul Gandhi USA Visit: लोकसभा में नेता विपक्ष और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 8 से 10 सितंबर के बीच अमेरिका दौरे पर रहेंगे। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने ये जानकारी दी।
सैम पित्रोदा का कहना है कि जब से राहुल गांधी नेता विपक्ष बने हैं, तब से उनके पास 32 देश के भारतीय प्रवासी राजनीतिकों शिक्षाविदों, व्यापारियों आदि के अनुरोध आ चुके हैं और वे सभी कांग्रेस नेता राहुल गांधी से बातचीत करना चाहते हैं और उनके विचारों के बनने में जानना चाहते है।
गौर करें तो पीएम नरेंद्र मोदी भी 23 सितंबर को अमेरिकेा के न्यूयॉर्क का दौरा करेंगे।
दरअसल, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने राहुल गांधी के अमेरिका दौरे को लेकर कहा कि राहुल गांधी 8 सितंबर को डलास में होंगे।
इसके अलावा 9 और 10 सितंबर को राहुल गांधी वॉशिंगटन डीसी में अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
सैम पित्रोदा ने कहा है कि टैक्सास यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट और भारतीय समुदाय के लोगों से मिलेंगे और इसके लिए एक बड़ा इवेंट रखा जाएगा। वहीं, इसके अलावा राहुल गांधी कई टेक्नोक्रेट से भी मिलने वाले हैं।
राहुल गांधी के US दौरे को लेकर सैम पित्रोदा ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि विभिन्न लोगों के साथ कई कार्यक्रमों के आयोजनों की योजना है।
सैम पित्रोदा का कहना है कि हमने ऐसा महसूस किया है कि लोगों को उन राज्यों में भी ज्यादा रचि है, जहां कांग्रेस की सरकार है।
सैम पित्रोदा का कहना है कि वह राहुल गांधी के अमेरिका दौरे को लेकर उम्मीद कर रहे हैं कि यह यात्रा राहुल और कांग्रेस दोनों के ही लिहाज से सफल होगी।
राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा इसलिए भी अहम होने वाली है, क्योंकि 10 सितंबर को राहुल गांधी की यात्रा खत्म होगी। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 सितंबर को अमेरिका के ही न्यूयॉर्क शहर में भारतीयों को संबोधित करने वाले हैं।
इसके अलावा पीएम मोदी अमेरिका के इस दौरे में ही संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन के कार्यक्रम में शामिल होकर संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित करेंगे।
पीएम मोदी के न्यूयॉर्क में होने वाले कार्यक्रम को लेकर बताया गया है कि इसमें करीब 24,000 से ज्यादा भारतीय प्रवासी अभी तक रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। इनकी संख्या अभी और बढ़ सकती है।
ऐसे में एक ही महीने में प्रधानमंत्री और देश के मुख्य विपक्षी नेता का अमेरिका दौरा कूटनीतिक और राजनीतिक लिहाज से काफी दिलचस्प माना जा रहा है।